सांकेतिक तस्वीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
UP Politics: देश के सबसे बड़े सियासी सूबे में एक बार फिर चुनावी बिगुल बजने वाला है। यहां उपचुनाव होने जा रहा है। विधानसभा सचिवालय ने मऊ की घोसी विधानसभा सीट को खाली घोषित कर दिया है। समाजवादी पार्टी के MLA सुधाकर सिंह की मौत के बाद यह सीट खाली हो गई थी। जल्द ही उपचुनाव होगा।
विधानसभा सचिवालय ने इस बारे में एक नोटिफिकेशन जारी किया है। राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा के सदस्यों, मऊ के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और मुख्य चुनाव अधिकारी समेत सभी संबंधित विभागों को इसकी जानकारी दे दी गई है। अब छह महीने के अंदर एक बार फिर से यहां उपचुनाव होगा।
घोसी विधानसभा सीट से क्षेत्रीय सपा विधायक सुधाकर सिंह का पिछले हफ्ते 20 नवंबर को बीमारी की वजह से निधन हो गया था। नियमों के मुताबिक, अगर कोई सीट किसी जनप्रतिनिधि की अचानक मौत, अयोग्यता या इस्तीफे की वजह से खाली होती है, तो छह महीने के अंदर उपचुनाव होता है।
मऊ की घोसी विधानसभा सीट काफी कड़े मुकाबला वाली सीट रही है। 2022 के बाद इस सीट पर यह दूसरी बार उपचुनाव होगा। भारतीय जनता पार्टी से समाजवादी पार्टी में शामिल हुए दारा सिंह चौहान ने 2022 में यह सीट जीती थी। हालांकि, चुनाव के एक साल के अंदर ही उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया और फिर से भाजपा में शामिल हो गए।
दारा सिंह के इस्तीफे के बाद भाजपा ने 2023 में घोसी सीट के लिए फिर से दारा सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाया, जबकि समाजवादी पार्टी ने सुधाकर सिंह को उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच कांटे की टक्कर हुई, सुधाकर सिंह ने बीजेपी उम्मीदवार को 50,000 वोटों से हराया।
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समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीत दर्ज कर सुधाकर सिंह ने खूब सुर्खियां बटोरीं। हालांकि, ढाई साल बाद यह सीट एक बार फिर खाली हो गई है, जिससे 2027 से पहले घोसी में एक बार फिर भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच मुकाबला देखने को मिलने वाला है।