संभल में एएसआई टीम की कार्बन डेटिंग, फोटो - एक्स
संभल : उत्तर प्रदेश के संभल में मंदिर मिलने के मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। कूपों की खुदाी में कई देवी- देवताओं की प्रतिमाएं पाई गई है। इसी बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण यानी ASI की टीम ने यहां मंदिर में कार्बन डेटिंग करने के लिए 20 दिसंबर को पहुंची है।
ASI ने संभल में स्थित प्राचीन कार्तिकेय मंदिर की कार्बन डेटिंग गुपचुप तरीके से पूरी कर ली है। यहां कार्बन डेटिंग की प्रोसेसिंग पूरा करने के लिए एक चार सदस्यीय विशेषज्ञ टीम तैनात की गई थी। बता दें संभल पहुंचने से पहले 19 दिसंबर को ASI की टीम ने मुरादाबाद में अपना डेरा डाला था। आज शुक्रवार (20 दिसंबर) को ASI ने संभल पहुंचकर पांच तीर्थ स्थलों और 19 प्राचीन कूपों का निरीक्षण भी किया है।
संभल पहुंची ASI की टीम ने क्षेत्र में मौजूद 19 प्राचीन कूपों की स्थिति और ऐतिहासिक महत्व का भी गहन अध्ययन किया है। सूत्रों के अनुसार, ASI ने इस निरीक्षण के दौरान प्रशासन से आग्रह किया था कि इसे मीडिया कवरेज से दूर रखा जाए। संभल क्षेत्र अपने प्राचीन धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। ASI की इस गतिविधि से इतिहास के नए पन्नों पर प्रकाश डालने की उम्मीद जताई जा रही है।
संभल के जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि मंदिर का सर्वेक्षण सुरक्षित तरीके से पूरा कर लिया गया है। संभल के प्राचीन कार्तिकेय मंदिर की कार्बन डेटिंग भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा गुप्त तरीके से की गई है। सुरक्षा कारणों से इस प्रक्रिया को मीडिया कवरेज से दूर रखा गया है। चार सदस्यीय ASI टीम ने प्रशासन से अनुरोध किया था कि निरीक्षण को गोपनीय रखा जाए।
आपको जानकारी के लिए बताते चलें कि उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा के बाद 14 दिसंबर को पुलिस उस वक्त हैरान रह गई जब दीपा राय इलाके में चेकिंग के समय अचानक एक मंदिर मिल गया जो कि सन 1978 का बताया जा रहा है। ध्यान देने वाली बात यह है कि यह मंदिर 46 सालों से बंद पड़ा था। इसके बाद 15 दिसंबर को मंदिर को खोला गया और वहां पूजा पाठ की गई। इसके बाद वहां कुएं मिलने की जानकारी सामने आई थी, जिसके बाद उसकी खुदाई कराई गई। इसी बीच संभल के और इलाके सरायतरीन में भी मंदिर पाया गया है।