बदले जा सकते हैं यूपी के दोनों डिप्टी सीएम (कॉन्सेप्ट फोटो)
लखनऊ: मुल्क के सबसे बड़े राजनीतिक सूबे की सियासत में पर्दे के पीछे बड़ा खेल चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी के बीच से निकली अंदरूनी कलह की ख़बरों और दिल्ली में हुई ताबड़तोड़ बैठकों और मेल मुलाकातों के बाद चर्चा है कि सूबे के दोनों ही डिप्टी सीएम बदले जा सकते हैं। सूत्रों के हवाले से आई इस ख़बर पर केशव प्रसाद मौर्य का ताजा बयान मुहर लगाता हुआ दिख रहा है।
सूत्रों के हवाले से आई एक ख़बर ने केशव प्रसाद मौर्य की धड़कनें बढ़ाने के साथ सूबे के सियासी गलियारों में भी हलचल मचा दी है। सूत्रों और चर्चाओं की मानें तो सीएम की कुर्सी का ख्वाब पाले बैठे केशव प्रसाद के नीचे से डिप्टी सीएम की कुर्सी भी खिसकने वाली है। कहा जा रहा है कि केशव को डिप्टी सीएम पद से स्वतंत्र कर स्वतंत्र देव सिंह को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी राज्य में दोनों उपमुख्यमंत्रियों को बदलने जा रही है। केशव प्रसाद मौर्य की जगह पिछड़ों का सशक्त चेहरा माने जाने वाले जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। इसके साथ ही डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के स्थान पर ब्राह्मण चेहरे लक्ष्मीकांत बाजपेई को दूसरा उपमुख्यमंत्री बना सकती है।
14 जुलाई को उत्तर प्रदेश बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक में केशव प्रसाद मौर्य के बयान और कथित नाराजगी के चलते आलाकमान उनसे ख़फा हो गया है। जिसके चलते यह निर्णय लिया जा सकता है। ऐसे में एक सवाल यह भी उठता है कि केशव की नाराजगी का सिला ब्रजेश पाठक को क्यों दिया जा रहा है? इस सवाल के जवाब में तर्क यह है कि बीजेपी अगर अकेले केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम की कुर्सी से हटाती है तो जनता के बीच कलह वाली बात की पुष्टि हो जाएगी। लेकिन अगर वह बृजेश पाठक को भी हटाती है तो इसे साधारण बदलाव के तौर पर देखा जाएगा।
केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को एक बार फिर से संगठन और सरकार वाली बात दोहराई है। उन्होंने ओबीसी मोर्चा कार्यसमिति की बैठक में सोमवार को कहा कि कोई भी चुनाव सरकार नहीं पार्टी लड़ती और जीतती है। इसके आगे उन्होंने यह भी कहा कि तमाम नेताओं को यह अहसास नहीं था कि उन्हें सीएम बना दिया जाएगा। केशव के इस स्टेटमेंट को सीएम योगी की तरफ किया गया कटाक्ष बताया जा रहा है। क्योंकि 2017 में योगी का नाम चर्चा तक में नहीं था लेकिन योगी समर्थकों और तमाम कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के बाद बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाया था।
इसके अलावा केशव प्रसाद मौर्य ने लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान को लेकर भी सरकार को ही जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने 2014 का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम सरकार में नहीं थे तब लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में जीते, लेकिन सरकार रहने के बावजूद अति आत्मविश्वास में चुनाव हार गए। केशव प्रसाद मौर्य के इन बयानों को लेकर कहा जा रहा है कि उन्हें इस बात का एहसास हो चुका है कि उनकी कुर्सी जाने वाली है। इसीलिए वह और खुलकर बोल रहे हैं।