कुमार विश्वास (फोटो- एआई)
लखनऊः पूर्व AAP नेता व कवि कुमार विश्वास आजकल अपनी विवादित टिप्पणियों के चलते सुर्खियों में बने हुए हैं। पिछले दिनों मंच से उन्होंने सोनाक्षी-जहीर और सानिया मिर्जा के खिलाफ के खिलाफ उनकी शादी को लेकर टिप्णी की थी, जिसके बाद कुमार विश्वास सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल हुए थे। इतना ही नहीं कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत एक लंबी चौड़ी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ‘कविराज’ को खूब लताड़ा था। इस सभी घटनाओं के बाद अचानक से कुमार विश्वास के तमाम नए पुराने विवादित बयानों वाले वीडियो सोशल मीडिया एक्स पर तैर रहे हैं।
कुमार विश्वास का ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह कहते हैं कि “जब मैं छोटा था मेरे गांव में जातिवाद नहीं था। मैं 1970 में पैदा हुआ। सब बराबर थे, लेकिन 1990 के दशक में एक व्यक्ति ने आरक्षण के नाम आंदोलन चलाया और समाज को गहरे जातियों में बांटने की कोशिश की। निश्चित बात है कि 1990 में मंडल कमीशन का आंदोलन शुरू हुआ उस समय वीपी सिंह प्रधानमंत्री थे। उन्हीं की अगुवाई में इस देश में गहरे जातीवाद के बीज बोए गए। जिससे भारतीय समाज व्यथित था और आज भी है।” इसके आगे कुमार कहते हैं कि मैं न जाति प्रथा को मानता हूं और न ही जाति प्रथा में विश्वास है। इसलिए मैं न अपने नाम के आगे जाति लिखता हूं और न ही अपने बच्चों के नाम के साथ जाति लिखता हूं। देखें वीडियो-
“1970-80 में जातिवाद नहीं था…सब बराबर थे… लेकिन 1990 में मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू होने से देश में जातिवाद शुरु हो गया… एक व्यक्ति ने देश को गहरे जातियों में बाँट दिया…” -विश्वास कुमार शर्मा उर्फ़ बीमार विषवास pic.twitter.com/oUgs07ndHf — Bhagat Ram (@bhagatram2020) January 7, 2025
उत्तर प्रदेश की लेटेस्ट खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करें!
कुमार विश्वास की इन टिप्पणियों को अब राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर अक्सर कवि के भाजपा ज्वाइन करने की खबरें चलती रहती हैं। अब उन्हें भाजपा परस्त बताया जा रहा है। ऐसी चर्चा है कि कुमार विश्वास को भाजपा राज्यसभा भेज सकती है। आजकल वह भाजपा के कार्यक्रमों में भी दिखते हैं। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष न ही इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करवा रहा है और न ही कुमार विश्वास उनके कार्यक्रमों में दिख रहे हैं।
नोट- वायरल वीडियो की नवभारत पुष्टि नहीं करता है। यह विडियो पुराना बताया जा रहा है।