महाकुंभ 2025 (सोर्स- सोशल मीडिया)
प्रयागराज: बुधवार को सूर्यास्त के साथ ही दुनिया के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ का समापन हो गया है। 45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ के आखिरी दिन महाशिवरात्रि के अवसर पर रात 8 बजे तक 1.53 करोड़ लोग डुबकी लगा चुके हैं। इससे पहले 44 दिनों में 65 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। यह आंकड़ा अमेरिका की आबादी (करीब 34 करोड़) से दोगुना है।
संगम में डुबकी लगाने वालों की यह संख्या 193 देशों की आबादी से भी ज्यादा है। महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं से ज्यादा सिर्फ भारत और चीन की आबादी है। योगी सरकार ने दावा किया कि दुनिया में हिंदुओं की आधी आबादी के बराबर लोग यहां आए हैं। बुधवार को अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने भी महाकुंभ में जाने का एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने लिखा- मुझे जो अनुभव हुआ, उसे मैं बयां नहीं कर सकती।
महाकुंभ में महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पूरे आयोजन को शानदार सलामी दी है। बुधवार दोपहर वायुसेना के विमानों की तेज गर्जना सुनकर श्रद्धालु आसमान की ओर देखकर गर्व और उत्साह से तालियां बजाने लगे। इस दौरान लोग मोदी-योगी के साथ जय श्री राम, हर हर गंगे, हर हर महादेव के नारे लगाने लगे। इसके साथ ही श्रद्धालुओं ने वायुसेना के एयर शो की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया।
वायुसेना के एक अधिकारी के मुताबिक महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं का स्वागत आखिरी स्नान पर्व पर संगम क्षेत्र में भव्य एयर शो से हुआ। इस पावन अवसर पर जहां डेढ़ करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा तट पर डुबकी लगा रहे थे, वहीं आसमान से सुखोई, एएन 32 और चेतक हेलीकॉप्टर श्रद्धालुओं का उत्साहवर्धन कर रहे थे। इस ऐतिहासिक क्षण ने श्रद्धालुओं को रोमांचित कर दिया।
यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि महाशिवरात्रि पर प्रदेश भर में श्रद्धालु बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। महाकुंभ का आज आखिरी दिन है और 45 दिनों में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में पवित्र स्नान कर चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार हमने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीक के दृष्टिकोण से अभूतपूर्व मॉडल प्रस्तुत किया है।
डीजीपी ने कहा कि महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हुआ। हमने रेलवे के साथ समन्वय करके काम किया। स्नान के दिनों में 5 लाख से अधिक लोगों ने रेल सेवाओं का उपयोग किया, जबकि अन्य दिनों में यह संख्या 3-4 लाख थी। हमें पूरा विश्वास था और जैसा कि मैंने पहले कहा, यह हमारे लिए चुनौती नहीं बल्कि अवसर था।
उत्तर प्रदेश की अन्य सभी बड़ी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
प्रशांत कुमार ने अंत में कहा कि हमने भीड़ नियंत्रण और निगरानी के लिए विश्वस्तरीय तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया है। सभी एजेंसियों के सहयोग से हम अभूतपूर्व प्रदर्शन करने में सफल रहे। प्रयागराज में स्नान के बाद अयोध्या, वाराणसी और विंध्यवासिनी देवी जैसे धार्मिक स्थलों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।