झांसी अग्निकांड
लखनऊ/झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में बीते शुक्रवार देर रात आग लगने से कम से कम 10 नवजात शिशुओं की मौत के कुछ घंटों बाद, राज्य सरकार ने आज शनिवार को मृतकों के माता-पिता को पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। इस बाबत योगी सरकार द्वारा आज जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
इस बाबत जारी बयान में कहा गया है, ‘‘घटना में असामयिक मृत्यु का शिकार हुए नवजात शिशुओं के माता-पिता को मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये और घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जा रही है।”
झांसी अग्निकांड पर खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
इधर 10 शिशुओं की मौत की घटना पर आज समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए चिकित्सीय प्रबंधन व प्रशासन की लापरवाही का मामला बताया है। वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) ने समस्त शोक संतप्त परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये संवेदना राशि दिये जाने की मांग की है।
इस बीच, प्रयागराज के फूलपुर में आज दोपहर को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में शॉर्ट सर्किट से लगी आग से दर्दनाक त्रासदी हुई और 10 नवजातों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि अन्य बच्चों को बचाया जाए, हम राहत और बचाव प्रयासों का समन्वय करते हुए पूरी रात जागते रहे और इसीलिए मेरे यहां पहुंचने में देरी हुई। पुलिस और प्रशासन लगातार काम कर रहे हैं।
झांसी अग्निकांड पर खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
इससे पहले, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक बयान में कहा गया है कि शुक्रवार देर रात घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) को मौके पर भेजा। इसमें बताया गया कि मुख्यमंत्री रात भर घटनास्थल से हर पल की जानकारी लेते रहे। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने झांसी के संभागीय आयुक्त और पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) को घटना के संबंध में 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
वहीं उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में शुक्रवार रात महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 शिशुओं की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में घायल हुए 16 अन्य बच्चे जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। देर रात करीब एक बजे एनआईसीयू में बचाव अभियान पूरा हो गया। (एजेंसी इनपुट के साथ)