अयोध्या में दीपोत्सव (फाइल फोटो, सौ. से सोशल मीडिया)
अयोध्या : श्री राम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने दिवाली के आगामी त्योहार पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह दीपोत्सव विशेष है, क्योंकि यह रामलला के अभिषेक समारोह के बाद मनाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सभी तैयारियां कर ली गई हैं ताकि किसी भी भक्त को दर्शन करने में कोई परेशानी न हो।
आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, “यह दीपोत्सव इसलिए खास है क्योंकि यह राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद मनाया जा रहा है। राम लला के दर्शन और दीपोत्सव के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक व्यवस्था की गई है कि किसी भी श्रद्धालु को दर्शन में कोई परेशानी न हो। राम लला के सभी श्रृंगार आज कर दिए गए हैं। दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा।”
#WATCH | UP | On ‘Deepotsav’ & Diwali, Chief Priest of Shri Ram Janmabhoomi Temple, Ayodhya, Acharya Satyendra Das says,” This Deepotsav is special as it is being celebrated after the consecration ceremony of Ram Lalla. All preparations have been made for the darshan of Ram Lalla… pic.twitter.com/o6PXbSgo1N — ANI (@ANI) October 30, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहेंगे मौजूद
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को सभी को भव्य उत्सव में भाग लेने और दीये जलाने के विश्व रिकॉर्ड के प्रयास को देखने के लिए आमंत्रित किया। यूपी सरकार दीपोत्सव के अवसर पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 25 लाख से अधिक दीये जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश कर रही है। आज उत्सव की आरती के दौरान, एक और रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की जाएगी, क्योंकि सरयू घाट पर 1,100 से अधिक लोग एक साथ सबसे बड़ी आरती करेंगे।
#WATCH | Tableaux depicting scenes from the life of Lord Ram will be part of ‘Deepotsav’ celebrations in UP’s Ayodhya today pic.twitter.com/jRVwTS0KIT — ANI (@ANI) October 30, 2024
इसे भी देखें…101 रुपए खर्च करके आप भी बन सकते हैं अयोध्या दीपोत्सव का हिस्सा
पांच दिवसीय दीपोत्सव भगवान राम के 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की याद में मनाया जाता है। यह आयोजन अयोध्या के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है, जो लाखों भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है। अयोध्या के 55 घाटों पर आयोजित होने वाले विश्व रिकॉर्ड बनाने के प्रयास में 30 हजार से अधिक स्वयंसेवक मदद करेंगे। नया घाट, पुराना घाट, भजन संध्या और अन्य क्षेत्र इस भव्य आयोजन के साक्षी बनेंगे।
#WATCH | UP | Folk artists perform traditional dances as Ayodhya is set to witness ‘Deepotsav’ with the lighting of 25 lakh diyas along the ghats of Saryu river today pic.twitter.com/K9t0KKx56M — ANI (@ANI) October 30, 2024
इसे भी देखें…दीपोत्सव 2024: पूरी दुनिया देखेगी दिव्य अयोध्या की भव्यता, दीपोत्सव का होगा लाइव टेलीकास्ट
दो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संस्कृति और पर्यटन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कई अन्य मंत्रियों के आज कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है। दीपोत्सव की तैयारियों की देखरेख के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की 30 सदस्यीय टीम मंगलवार को पहुंची। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स टीम के प्रभारी निश्चल बरोट ने एएनआई को बताया, “यह सातवां दीपोत्सव है लेकिन इस बार यह थोड़ा खास है क्योंकि राम मंदिर बनने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इस बार दो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स हैं, पहला यह कि रिकॉर्ड तोड़ 1100 लोग सरयू आरती करेंगे और दूसरा 25 लाख दीये जलाना है।”
इसके अलावा, आज शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी। इस यात्रा में करीब 6 देशों और 16 भारतीय राज्यों के कलाकार हिस्सा लेंगे और इसमें 18 झांकियां होंगी।
इसे भी देखें…भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में पहला दीपोत्सव, दो विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी
अयोध्या में ‘दीपोत्सव’ पर उत्तर प्रदेश के मंत्री जयवीर सिंह कहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला ‘दीपोत्सव’ है और इस कार्यक्रम को भव्यता, दिव्यता देने का पूरा प्रयास किया गया है। इस साल नए रिकॉर्ड बनाने के लिए कई चीजें की जाएंगी। आज के कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी रहेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ हर साल इसमें शामिल होते हैं…कई देशों से कलाकार आ रहे हैं। इस साल खास बात यह होगी कि हम अपने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 28 लाख दीये जलाने में कामयाब हुए हैं। इसके अलावा हम 1,100 वेदाचार्यों के साथ सरयुग घाट पर 1,100 दीयों से आरती भी करेंगे। वो भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नया रिकॉर्ड बनाएगा।
#WATCH | On ‘Deepotsav’ in Ayodhya, Uttar Pradesh Minister Jaiveer Singh says, “This is the first ‘Deepotsav’ after the Pran Pratishtha of Ram Mandir in Ayodhya and every effort has been made to give grandeur, divinity to this program. Many things will be made to create new… pic.twitter.com/YizNgmEY1i — ANI (@ANI) October 30, 2024
गौरतलब है कि सरकार ने दिव्य अयोध्या ऐप के माध्यम से शुरू की गई वर्चुअल पहल ‘एक दीया राम के नाम’ को भी बढ़ावा दिया है। अयोध्या में हाल के वर्षों में पर्यटन और विकास में वृद्धि के साथ महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। स्थानीय व्यवसायों के साथ उत्साह स्पष्ट है क्योंकि उत्सव के लिए शहर में आगंतुकों की भीड़ उमड़ रही है।