संदीप दीक्षित, फोटो - सोशल मीडिया
लखनऊ : यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने चैत्र नवरात्रि के समय एक ऐसा फैसला ले लिया कि यूपी से लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक सियासी बवाल मचा हुआ है। एक के बाद एक दिग्गज नेताओं का रिएक्शन्स आ रहा है। दरअसल, चैत्र नवरात्रि शुरू होने से पहले सीएम योगी ने धार्मिक स्थलों से 500 मीटर की दूरी पर अवैध बूचड़खानों और मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगा दिया।
सीएम योगी के इस फैसले को लेकर सबसे पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सियासी भूचाल आया और सपा प्रमुख ने योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला। फिर ये सियासी चिंगारी दिल्ली तक पहुंची और आम आदमी पार्टी के सासंद संजय सिंग की इस पूरे मामले में एंट्री हुई। संजय सिंह ने सीएम योगी के इस फैसले पर नागरजगी जताई और कहा कि इतना ही है, तो केएफसी और शराब की दुकानें बंद कराएं।
इतना सब कुछ हुआ ही, तब तक इस पूरे मामले में कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित की एंट्री हो गई है। बता दें, उत्तर प्रदेश सरकार ने चैत्र नवरात्रि के दौरान धार्मिक स्थलों से 500 मीटर की दूरी पर अवैध बूचड़खानों और मांस की दुकानों पर प्रतिबंध लगाया है।
इस फैसले को लेकर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा है कि मांस की दुकानों पर लगाया गया प्रतिबंध एक तरह से उचित नहीं है। इस देश में कोई क्या खाए, क्या बोले, क्या पहने, वह व्यक्ति की अपनी निजी राय होती है। मैं मान सकता हूं कि कभी मंदिरों के, मस्जिदों के, गुरुद्वारों के आस-पास कुछ ऐसी दुकानें हैं जिन पर कुछ दूरी का प्रतिबंध लगाया जाता है।”
“लेकिन ये जो नई बात है भारतीय जनता पार्टी की सरकारों में जबरदस्ती अपने तौर-तरीकों को थोपना। ज्यादातर उन्हीं चीजों पर केंद्रित रखना जो एक समाज या समुदाय के खिलाफ बनती है। हर चीज में सांप्रदायिकता दिखना, ये अपने आप में बहुत अनुचित है।”
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आपको जानाकारी के लिए बताते चलें कि शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने 30 मार्च से 6 अप्रैल तक धार्मिक स्थलों पर 500 मीटर की दूरी पर अवैध बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगाया है। वहीं 6 अप्रैल को रामनवमी के अवसर पर विशेष प्रतिबंध लगाए जाएंगे, जिस दिन मांस की बिक्री पर पूर्ण से प्रतिबंध लगा रहेगा।