हनुमानगढ़ी के महंत महेश योगी को जिंदा जलाने की कोशिश...आधी रात किसी तरह बचाई जान, जानें पूरा मामला
Ayodhya News: हनुमानगढ़ी पीठ से जुड़े संत महेशदास उर्फ स्वामी महेश योगी के गोविंदगढ़ स्थित आश्रम में आधी रात आग किसने लगाई? कौन ऐसा है जो संत महेशदास को नुकसान पहुँचाना चाहता है? रामनगरी में रहने वालों के मन में पिछले 24 घंटे से यही सवाल उठ रहे हैं। पुलिस सीसीटीवी, कॉल डिटेल और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर जांच कर रही है, लेकिन अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुँच सकी है।
यह पूरी घटना 4 दिसंबर की देर रात हुई। लगभग 2:45 बजे आश्रम में अचानक आग भड़क उठी। अज्ञात लोगों ने पीछे की खिड़की काटी और वहां आग लगा दी। महंत महेश योगी ने बताया कि आग के आसपास पेट्रोल जैसी तेज गंध महसूस हो रही थी। घटना के समय वह आश्रम के एक हिस्से में अकेले सो रहे थे, जबकि उनके शिष्य दूसरे कमरे में थे। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर कटी हुई ग्रिल और पेट्रोल जैसी गंध के निशान पाए।
महेश योगी ने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की कोशिश जारी है। महंत के अनुसार, घटना के वक्त वह गहरी नींद में थे। जब आग की गर्मी उनके बिस्तर तक पहुंची तो उनकी नींद खुली। उन्होंने कमरे में धुआं और आग की लपटें देखीं और तुरंत बाहर निकलकर शोर मचाया। आवाज सुनकर शिष्य दौड़कर आए और पानी व बालू डालकर आग बुझाने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। करीब आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन बिस्तर और कमरे का बाकी सामान पूरी तरह जल गया।
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महंत महेश योगी ने आरोप लगाया कि धार्मिक संस्था के आंतरिक विवाद की वजह से उन्हें मारने की साजिश रची गई। उन्होंने पुलिस के सामने कुछ लोगों के नाम भी बताए। उनका कहना है कि ये वही लोग हैं जिन्होंने पहले भी उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश की थी। पुलिस ने उनका बयान दर्ज कर लिया है और आगे जांच जारी है।