सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
अमेठी: उत्तरप्रदेश के अमेठी के चांदगढ़ में पहुंचे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी और स्थानीय विधायक राकेश प्रताप पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राकेश प्रताप की हर दल में टिकट की संभावनाएं अब खत्म हो चुकी हैं। बीजेपी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जब बीजेपी खुद अपनी पार्टी की सगी नहीं है तो एहसान फरामोशों के लिए वह कितनी सगी होगी। फिर वह दूसरों के लिए कैसे खड़ी होगी। अखिलेश ने यह भी कहा कि अमेठी में भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक तौर पर पूरी तरह से गुमशुदा हो चुकी है और अब यहां जनता का भरोसा समाजवादी विचारधारा की ओर लौट रहा है।
अखिलेश यादव ने अपने संबोधन में मध्य प्रदेश में कर्नल सोफिया को लेकर हुए विवाद पर भी भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते पार्टी ने कार्रवाई की होती तो ऐसे बयान सामने नहीं आते। उन्होंने भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जश्न जीत का होना चाहिए, न कि संघर्ष विराम का। उन्होंने शांति को देश की प्राथमिकता बताया और कहा कि दूसरे देशों का हस्तक्षेप हमारे लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है।
राकेश प्रताप को लेकर सपा का सख्त रुख
अखिलेश यादव ने राकेश प्रताप पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बार-बार दल बदलने से जनता का भरोसा टूटता है। अब उनकी राजनीतिक जमीन खिसक रही है और किसी भी पार्टी से टिकट की संभावना खत्म हो चुकी है। समाजवादी पार्टी ऐसे नेताओं को स्वीकार नहीं करेगी जो निष्ठा से डगमगाते हैं।
भाजपा की भूमिका पर सीधा सवाल
सपा प्रमुख ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अमेठी में पार्टी की कोई मौजूदगी नहीं बची है। उन्होंने दावा किया कि जनता अब सच्चाई और समाजवाद के साथ खड़ी हो रही है। साथ ही उन्होंने भाजपा की कार्यशैली और हालिया विवादों पर सवाल खड़े करते हुए पार्टी की नैतिकता और जिम्मेदारी पर भी चर्चा की।
इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने कर्नल सोफिया पर की गई टिप्पणी को लेकर भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि बलिया और बिहार से भी बीजेपी का आचरण सामने आया है। अगर पहले कार्रवाई की गई होती तो इस तरह की बयानबाजी नहीं होती। साथ ही उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पर कहा कि जश्न जीत का होना चाहिए, संघर्ष विराम का नहीं।