महाराजगंज में ढहा ओवरब्रिज (सोर्स- सोशल मीडिया)
लखनऊ: महराजगंज के फरेंदा में सोमवार रात निर्माणाधीन ओवरब्रिज का एक हिस्सा गिर गया। मलबे में 7 मजदूर दब गए। 4 जेसीबी से मलबा हटाया गया। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने सभी मजदूरों को मलबे से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। 2 को गंभीर हालत में गोरखपुर रेफर किया गया है।
घायल मजदूर अनिल ने बताया, पुल के एक लेन पर काम चल रहा था। दो पिलर के बीच छत डाली जा रही थी। घटना से 1 घंटे पहले ही लिंटल पर कंक्रीट भरी गई थी। निर्माण कार्य से रेलवे लाइन महज 10 मीटर की दूरी पर है। रात में वहां से तेज रफ्तार से एक एक्सप्रेस ट्रेन गुजरी। ट्रेन के गुजरते ही ओवरब्रिज के निर्माणाधीन हिस्से का करीब 10 मीटर हिस्सा गिर गया।
घटना से पहले कंपनी के अधिकारी और ठेकेदार मौके पर मौजूद थे। लेकिन जैसे ही ओवरब्रिज गिरा तो वे भाग गए। हमें आसपास के लोगों और पुलिस ने बचाया। सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया। घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया और अधिकारियों को उचित उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए गए।
सीएम के निर्देश के बावजूद अभी तक कोई जिला स्तरीय अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। 110 मीटर लंबे पुल की लागत 3 करोड़ बताई जा रही है। एसएचओ धर्मेंद्र सिंह हादसे की जांच कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिम्मेदारों ने घटना को छिपाने की कोशिश की। घटना के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई।
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लोगों का आरोप है कि ओवरब्रिज के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी वजह से यह हादसा हुआ। गनीमत रही कि हादसा रात में हुआ। अगर यह दिन में होता तो और भी मजदूर इसकी चपेट में आ सकते थे। स्थानीय लोगों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जिम्मेदारों ने घटना को छिपाने के लिए रात में ही आधा मलबा हटवा दिया।