संभल में फ्लैग मार्च करते पुलिस के अधिकारी (सोर्स: सोशल मीडिया)
Sambhal Security On Holi: उत्तर प्रदेश का संभल जिला पिछले तीन महीनों से सुर्खियों में बना हुआ है। वहीं होली से पहले संभल एक बार फिर से विवादों में आ गया है। दरअसल संभल में तैनात सीईओ अनुज चौधरी ने एक बयान दे दिया, जिस पर विवाद शुरू हो गया। अब होली जुलूस पर प्रशासन की तैयारी के बारे में संभल के जिला अधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने जानकारी दी है।
कलेक्टर राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि संभल में होली के दिन 3 लेयर सिक्योरिटी तैनात रहेगी। संभल के जिलाधिकारी ने कहा कि “अब जब होली और रमजान एक साथ पड़ रहे है, तो ऐसे में संभल में 29 सेक्टर और 6 जोन बनाए गए हैं। थ्री लेयर सिक्योरिटी सिस्टम लगाया गया है, ताकि शांति भंग ना हो।”
संभल के कलेक्टर पेंसिया ने बताया कि 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और नगर पालिका की मदद से हर त्यौहार पर करीब 150 एक्स्ट्रा कैमरे लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि एक बार ड्रोन से निगरानी की जा चुकी है जबकि एक बार और की जाएगी। इसके अलावा डीआईजी के नेतृत्व में फ्लैग मार्च भी निकाला गया है।
जिलाधिकारी पेंसिया ने बताया कि हमने हर मोहल्ले और गांव में शांति समिति की बैठक की और जिला स्तर पर दो समिति की बैठक की है। उन्होंने कहा कि हमने 27 क्विक रिस्पांस टीमें भी बनाई हैं। संभल में मुस्लिम पक्ष ने जुलूस के रास्ते में आने वाली लगभग 10 मस्जिदों को तिरपाल से ढकने का फैसला किया है। कानून-व्यवस्था को लेकर पुलिस ने कई अहम निर्णय किए हैं।
संभल एसपी केके बिश्नोई ने कहा कि धार्मिक स्थलों को आपसी सहमति से ढकने का निर्णय लिया गया है। हिंदू समुदाय 2.30 बजे तक होली खेलगा। इसके बाद मुस्लिम समाज के लोग नमाज पढ़ेंगे। यह फैसला होली पर निकाले जाने वाले चौपाइयों के जुलूस को देखते हुए लिया गया है। जुलूस के रास्ते में पड़ने वाली सभी मस्जिदों को ढका जाएगा।
उत्तर प्रदेश की अन्य खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
वहीं संभल के विवादित ढांचा (शाही जामा मस्जिद) विवाद में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को बड़ी राहत प्रदान की है। कोर्ट ने मस्जिद कमेटी की मांग को मानते हुए बाहरी परिसर में रंगाई-पुताई की इजाजत दी है। जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच ने आदेश दिया कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) एक सप्ताह में यह काम पूरा करेगा।