सरयू तट पर लगेगी रानी हो की 1300 किलो की विशाल प्रतिमा, फोटो- सोशल मीडिया
Korean Queen Heo Ayodhya Connection: रामनगरी अयोध्या अब अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संगम का केंद्र बन रही है। सरयू नदी के तट पर ‘रानी हो’ की 1300 किलो वजनी प्रतिमा स्थापित की जा रही है। 2000 साल पुराने इस शाही कनेक्शन को जीवंत करने के लिए भव्य ‘इंडो कोरियन फेस्ट’ की तैयारियां भी जोरों पर हैं।
अयोध्या के सरयू तट पर स्थित ‘क्वीन हो मेमोरियल पार्क’ में एक नया ऐतिहासिक अध्याय जुड़ने जा रहा है। सोमवार को रानी हो की 12 फुट ऊंची और लगभग 1300 किलो वजनी प्रतिमा अयोध्या पहुंच गई है। रॉक स्टोन मटेरियल से बनी यह प्रतिमा बेहद कलात्मक तरीके से डिजाइन की गई है। पार्क का संचालन कर रही टीम के अनुसार, इस प्रतिमा का लोकार्पण 24 दिसंबर से शुरू होने वाले ‘इंडो कोरियन फेस्ट’ से पहले कर दिया जाएगा।
इस प्रतिमा के पीछे छिपी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। कोरियाई किंवदंतियों के अनुसार, लगभग 2000 साल पहले अयोध्या की राजकुमारी सुरिरत्ना ने एक साहसिक निर्णय लिया था। वे नाव के जरिए समुद्र पार कर करीब 4500 किलोमीटर का सफर तय करके कोरिया पहुंची थीं। वहां उन्होंने राजा किम सूरो से विवाह किया और रानी हो के नाम से प्रसिद्ध हुईं। आज दक्षिण कोरिया की लगभग 60 लाख की आबादी खुद को इसी अयोध्या की राजकुमारी का वंशज मानती है और अयोध्या को अपना ननिहाल मानती है।
24 दिसंबर से शुरू हो रहे इंडो कोरियन फेस्ट के लिए पार्क को पूरी तरह से सजाया जा रहा है। पार्क परिसर में एक विशेष ‘कोरियन विलेज’ विकसित किया गया है। यहां पर्यटकों के लिए कोरिया और अवध के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने के लिए रेस्टोरेंट, आधुनिक किचन एरिया और कैफेटेरिया तैयार किए गए हैं। इसके अलावा, ठहरने के लिए डुप्लेक्स कॉटेज, गेम जोन और एक भव्य ओपन एयर थिएटर भी बनाया गया है। रानी हो की समुद्री यात्रा को दर्शाने के लिए ग्रेनाइट से बना ‘गोल्डन एग’ का प्रतीक भी यहां स्थापित है।
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इस परियोजना की नींव नवंबर 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जोंग सुक ने संयुक्त रूप से रखी थी। जिला प्रशासन का मानना है कि राम मंदिर के बाद अब यह पार्क अयोध्या की अंतरराष्ट्रीय छवि को और मजबूत करेगा। जिलाधिकारी के अनुसार, रानी हो मेमोरियल पार्क एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय धरोहर है, जिससे आने वाले समय में दक्षिण कोरिया से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी होगी। पार्क में बना किंग और क्वीन पवेलियन दोनों देशों की संस्कृतियों के मिलन का जीवंत उदाहरण है।