दुनियाभर में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाने वाला है। योग, हमारे प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है जिसका पालन आपने ऋषि-मुनियों को साधना करते हुए देखा होगा। भारत से जहां पर योग की शुरुआत मानी जाती है वहीं पर आप नहीं जानते होंगे उत्तराखंड के ऋषिकेश को योग नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां पर देश-दुनिया से योगासन करने के लिए आते है वहीं पर योग के अलावा इस जगह को धार्मिक नगरी भी कहते है।
बताया जाता है कि, ऋषिकेश दो शब्दों के संयोजन से बना है जो ऋषिक और एश है. ऋषिक का अर्थ है इंद्रिय और एश का अर्थ है भगवान या गुरु। इसे लेकर कहा जाता है कि, पहली बार 1960 के दशक में बीटल्स ऋषिकेश के पास योग सीखने के लिए आया था. यह मशहूर अंग्रेजी रॉक बैंड था। जिसके बाद से इस जगह को योग नगरी कहते है।
ऋषिकेश को योग की नगरी कहने के अलावा धार्मिक नगरी भी कहा जाता है।यह शहर चारधाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ का प्रवेश द्वार है. यहीं से चारधाम यात्रा की शुरूआत होती है। यह सबसे शांत जगह में से एक है जहां पर ध्यान, साधना और योग किए जाते है।
योग के अलावा इस खूबसूरत जगह पर आप घूमने का प्लान कर सकते है। यह एक हिल स्टेशन है जहां पर बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते है। यह हिल स्टेशन युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है. आप यहां राफ्टिंग का आनंद ले सकते हैं और गंगा नदी के किनारे योग कर सकते हैं। इतना ही नहीं यहां पर कैंपिंग भी की जा सकती है।
ऋषिकेश में टूरिस्ट बंजी जंपिंग, राफ्टिंग और कैपिंग के साथ ही योगा भी करते हैं। इस जगह पर घूमने आने के लिए आपको दिल्ली से यात्रा करनी पड़ेगी जो सड़क मार्ग के जरिए आप इस सफर को पांच घंटे में आसानी से तय कर सकते हैं।