ग्लास ब्रिज (प्रतीकात्मक तस्वीर)
अमरावती: आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जल्द ही भारत का सबसे लंबा ग्लास स्काईवॉक ब्रिज बनने वाला है। इससे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और ज्यादा से ज्यादा टूरिस्ट आकर्षित होंगे। इस ग्लास ब्रिज पर खड़े होकर पर्यटक नीले और मीलों तक फैले हुए समुद्र के खूबसूरत नजारे का लुत्फ ले सकते हैं। साथ ही शानदार पहाड़ों का भी आनंद लिया जा सकता है। यह ग्लास ब्रिज प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी एडवेंचर से कम नहीं होगा।
जानकारी के अनुसार इस ग्लास ब्रिज को बनाने में करीब 6 करोड़ का खर्च होगा। वहीं इसका निर्माण कार्य 18 नवंबर 2024 से शुरु हो गया है। कांच का बना यह पुल करीब 50 मीटर लंबा होगा जिससे समुद्र और पहाड़ियों का आकर्षक नजारा देखने को मिलेगा। बता दें कि इस ग्लास ब्रिज का निर्माण विशाखापत्तनम महानगर क्षेत्र विकास प्रबंधन आरजे एडवेंचर और भारत माता वेंचर के साथ मिलकर किया जा रहा है।
विशाखापत्तनम में बनने वाला यह ग्लास ब्रिज केरल के वेरामने में स्थित ग्लास ब्रिज को भी टक्कर देगा। केरल के वागामोन में मौजूद ग्लास ब्रिज की लंबाई करीब 40 मीटर है। वहीं विशाखापत्तनम में बन रहे इस नए ब्रिज की लंबाई 50 मीटर होगी। जिसके बाद यह देश का सबसे लंबा ग्लास ब्रिज कहलाएगा।
विशाखापत्तनम में बनने वाले ग्लास ब्रिज बहुत ही अद्भुत और शानदार नजारे पेश करेगा। यह समुद्र और पहाड़ों की खूबसूरती को अनुभव कराने में मदद करेगा। इस ग्लास ब्रिज की लंबाई 50 मीटर होगी। इसे बहुत ही मजबूती के साथ डिजाइन किया जाएगा। जानकारी के अनुसार इस ब्रिज पर एक बार में करीब 40 लोग एक साथ खड़े हो सकते हैं। इस ब्रिज को इस तरह तैयार किया गया है कि लोगों की सुरक्षा और रोमांच दोनों बरकरार रहे।
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विशाखापत्तनम के इस ग्लास ब्रिज में एडवेंचर का डबल तड़का लगाने के लिए इस परियोजना में जिप लाइन और स्काई साइक्लिंग ट्रैक को भी शामिल किया गया है। जिसकी लंबाई लगभग 150 मीटर होगी। जिप लाइन्स और स्काई साइकिलिंग को बनाने के लिए इस परियोजना में करीब 2 करोड़ का खर्च आएगा। जिसके बाद पर्यटक शानदार नजारों का लुत्फ ग्लास ब्रिज पर खड़े होकर आसानी से ले पाएंगे।