आज गणेश उत्सव का आखिरी दिन था और इस दौरान देश के हर कोने में गणपति बप्पा को भव्य विदाई दी गई। जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में हैं। मुंबई से लेकर हैदराबाद तक गणपति बप्पा की भव्य मूर्तियों को नदी में विसर्जित किया गया।
गणेश उत्सव के आखिरी दिन मुंबई के प्रतिष्ठित लालबागचा राजा पंडाल से भगवान गणेश की अंतिम यात्रा भी भव्य रूप से मनाई गई। जिसमें मूर्ति पर जल और सिंदूर की वर्षा होती देखी जा सकती है, जिससे एक अद्भुत नजारा बन गया।
पुणे में स्थित दगडूशेठ हलवाई गणपति बप्पा काफी लोकप्रिय हैं। यहां पर अनंत चतुर्दशी के दिन विसर्जन के दौरान जुलूस काफी प्रसिद्ध है। इस साल बप्पा का जुलूस श्री गणनायक रख पर निकाला गया। इस दौरान लाखों भक्तों की भीड़ बप्पा को विदाई देने के लिए मौजूद थी।
गणेश विसर्जन के दौरान हैदराबाद के खैरताबाद पंडाल में स्थापित 69 फुट ऊंची गणपति जी की प्रतिमा की विसर्जन रैली काफी शानदार रही। चारों तरफ बप्पा के जय जयकार के नारे गूंज रहे थे। उनको विदाई देने के लिए सड़कों पर लोगों का हुजूम लगा था।
सूरत में भी गणपति बप्पा को नदी में विसर्जित करने के लिए लाया गया। इस दौरान उनके भक्तों की आंखें नम थी और अगले बरस उनके आने की उम्मीद भी साथ थी। गणेश जी की भव्य मूर्ति का विसर्जन देखने के लिए राज्य से हजारों की तादाद में लोग आए थे।
गणेश उत्सव के दौरान महाराष्ट्र के कई राज्यों में गणपति बप्पा को देखने के लिए श्रद्धालु जुटे हुए थे। लाखों की भीड़ सिर्फ गणपति बप्पा के दर्शन के लिए आई थी। चारों तरफ गणपति बप्पा मोरया, पुधच्या वर्षी लवकर या के जायकारे गूंज रहे थे।