
Location (Source. Freepik)
Android Emergency Location Service: किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में समय पर मदद मिलना सबसे बड़ी चुनौती होती है। कई बार लोग इमरजेंसी नंबर पर कॉल तो कर देते हैं, लेकिन सही लोकेशन न बता पाने के कारण राहत पहुंचने में देरी हो जाती है। ऐसे हालात में एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (Android Emergency Location Service) एक बेहद जरूरी और जीवन रक्षक तकनीक साबित होती है, जो इमरजेंसी सेवाओं को कॉलर की सटीक लोकेशन अपने आप भेज देती है।
गूगल के आधिकारिक ब्लॉग के अनुसार, उत्तर प्रदेश भारत का पहला राज्य बन गया है जहां Android Emergency Location Service को पूरी तरह से एक्टिव कर दिया गया है। इस सिस्टम को उत्तर प्रदेश पुलिस के इमरजेंसी रिस्पॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ इंटीग्रेट किया गया है। इस अहम प्रोजेक्ट को पर्ट टेलीकॉम सॉल्यूशन्स के टेक्निकल सपोर्ट से पूरा किया गया। गूगल ने यह भी साफ किया है कि आने वाले समय में यह सुविधा अन्य भारतीय राज्यों में भी शुरू की जाएगी।
एंड्रॉइड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस एंड्रॉइड स्मार्टफोन्स में मौजूद एक बिल्ट-इन फीचर है। जब कोई व्यक्ति 112 जैसे इमरजेंसी नंबर पर कॉल या SMS करता है, तो यह सर्विस अपने आप कॉलर की सटीक लोकेशन इमरजेंसी सर्विसेज को भेज देती है। इससे व्यक्ति को घबराहट में अपनी लोकेशन समझाने की जरूरत नहीं पड़ती। यह फीचर GPS, Wi-Fi सिग्नल और मोबाइल नेटवर्क डेटा की मदद से लोकेशन तय करता है, जिससे रेस्क्यू टीम को तेज और सही जानकारी मिलती है।
इस सर्विस की खास बात यह है कि यह सिर्फ कॉल तक सीमित नहीं है। Android Emergency Location Service फोन कॉल और SMS दोनों के दौरान काम करती है। अगर किसी कारण से इमरजेंसी कॉल कनेक्ट होने के बाद कट भी जाए, तब भी यह फीचर कुछ समय तक लोकेशन डेटा भेजता रहता है, ताकि समय रहते मदद पहुंचाई जा सके।
अच्छी बात यह है कि इसके लिए किसी अलग ऐप को डाउनलोड करने की जरूरत नहीं होती। यह एक फ्री सर्विस है और ज्यादातर एंड्रॉइड फोन्स में पहले से मौजूद रहती है। आमतौर पर यह अपने आप एक्टिव रहती है, लेकिन फिर भी एक बार चेक करना जरूरी है।
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एक बार एक्टिव होने के बाद, यह फीचर सिर्फ इमरजेंसी कॉल या SMS के दौरान ही काम करता है और आपकी प्राइवेसी भी सुरक्षित रहती है।






