
Smartphone की बढ़ने वाली है कीमत। (सौ. Freepik)
Smartphone Price Hike 2025: त्योहारी सीजन से पहले स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे लोगों के लिए एक बुरी खबर है। अक्टूबर से दिसंबर 2025 के बीच लो-कॉस्ट और मिड-रेंज स्मार्टफोन की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। वजह है इन डिवाइसेज में इस्तेमाल होने वाली मेमोरी चिप्स की तेजी से बढ़ती कीमतें, जिसने कंपनियों की उत्पादन लागत को बढ़ा दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, TrendForce ने बताया है कि स्मार्टफोन्स में लगने वाली मेमोरी चिप्स की सप्लाई लगातार घट रही है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि अब चिप निर्माता कंपनियां अपने उत्पादन का फोकस बदल रही हैं। वे अब सामान्य मोबाइल मेमोरी के बजाय हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटरों और AI डेटा सेंटर के लिए जरूरी हाई-बैंडविड्थ मेमोरी (HBM) बनाने में अधिक ध्यान दे रही हैं। जैसे-जैसे AI सर्वर और डेटा सेंटर की मांग बढ़ रही है, वैसे-वैसे HBM मेमोरी की जरूरत भी तेजी से बढ़ रही है। इस बदलाव ने पारंपरिक स्मार्टफोन मेमोरी चिप्स के बाजार को प्रभावित किया है।
बढ़ती मांग और घटती सप्लाई के कारण कई स्मार्टफोन कंपनियों ने पहले से चिप्स की एडवांस बुकिंग शुरू कर दी है ताकि वे कमी के संकट से बच सकें। लेकिन इस कदम से मांग और सप्लाई का संतुलन और बिगड़ गया, जिससे LPDDR4X जैसी मेमोरी चिप्स की कीमतें इस तिमाही में 10% से अधिक बढ़ने की संभावना है।
Counterpoint Research के विश्लेषक पर्व शर्मा का कहना है, “यह पूरा बदलाव AI सर्वर की बढ़ती जरूरतों के कारण हो रहा है। चिप निर्माता अब HBM बनाने में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं क्योंकि इससे उन्हें स्मार्टफोन पार्ट्स की तुलना में ज्यादा मुनाफा और बेहतर रिटर्न मिल रहा है।”
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सिर्फ मेमोरी चिप्स ही नहीं, बल्कि स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल होने वाले NAND फ्लैश स्टोरेज की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं। TrendForce की रिपोर्ट के अनुसार, इस तिमाही में NAND फ्लैश की कीमतों में 5% से 10% तक की बढ़ोतरी संभव है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में स्मार्टफोन कंपनियों के पास दो ही विकल्प होंगे या तो वे अपने फोन के फीचर्स में कटौती करें, या फिर बढ़ी हुई लागत का बोझ ग्राहकों पर डालें। यानी, आने वाले दिनों में सस्ते स्मार्टफोन पहले जितने सस्ते नहीं रहेंगे और उपभोक्ताओं को थोड़ा ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है।






