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मुंबई: ब्लैक होल को अंतरिक्ष का भूखा शैतान कहा जाता है। क्योंकि उसके अंदर बड़े से बड़े ग्रहों को निगलने की ताकत होती है। हाल ही में खगोलविदों ने एक विशालकाय ब्लैक होल के फिर से अस्तित्व में आने का दावा किया है। आइए जानते हैं क्या होता है ब्लैक होल और इसके क्या दुष्परिणाम अंतरिक्ष पर होने वाले हैं।
जानिए क्या होता है ब्लैक होल
ब्लैक होल अंतरिक्ष में वह जगह होती है जहां भौतिक का कोई नियम काम नहीं करता, मतलब वहां ना समय होता है ना स्थान, बस असीम गुरुत्वाकर्षण और अथाह अंधकार, इसका गुरुत्वाकर्षण इतना शक्तिशाली होता है कि यह हर चीज को अपनी ओर खींचने लगता है। यहां तक की ब्लैक होल प्रकाश को भी अवशोषित कर लेता है और इस वजह से वहां सिर्फ अंधकार ही होता है और इसका नाम इसलिए ब्लैक होल पड़ा। इसके अंदर आसपास के ग्रहों को निगलने की क्षमता होती है। इसलिए इसे अंतरिक्ष का भूखा शैतान भी कहा जाता है।
ब्लैक होल में जाने पर क्या होता है
अगर आप ब्लैक होल की बाहरी सतह पर पहुंचेंगे तो भस्म हो सकते हैं। इसके बाहरी सतह का तापमान 10 हजार सेल्सियस से भी ज्यादा होता है। वहीं अगर उसके भीतर चले गए तो आप अंतरिक्ष की अनंत गहराई में खो जाएंगे, यानी वहां से आपके बाहर वापस आने की कोई संभावना नहीं बचती।
सैकड़ों ब्लैक होल
अंतरिक्ष में ऐसे सैकड़ों ब्लैक होल हैं लेकिन उनके बारे में यह कहा जाता है कि वह कम भूखे हैं इसलिए उनका असर बाकी ग्रहों पर देखने को नहीं मिलता। लेकिन हाल ही में देखा गया जो ब्लैक होल है वह तेजी से पैर पसार रहा है और वह इतना विशालकाय है कि वह सूर्य और उसके आसपास के ग्रहों समेत हमारी आकाशगंगा तक को निकाल सकता है।
हमारे आकाशगंगा को खतरा
अगर इस विशालकाय ब्लैक होल के अस्तित्व में आने की बात सच हुई, तो हमारी दुनिया नष्ट होने की कगार पर पहुंच जाएगी। लेकिन खबर यह भी है कि हाल ही में नजर आया यह ब्लैक होल पृथ्वी से करोड़ों प्रकाश वर्ष की दूरी पर है। ऐसे में इसके जल्द पैर पसारने की उम्मीद कम है। लेकिन जिस तरह से इसकी चमक के लगातार बढ़ने का दावा किया जा रहा है, हमारी आकाशगंगा का भविष्य सुरक्षित नहीं है।