कुश्ती का मुकाबला खेलते पहलवान (सोर्स: एक्स@AjitPawarSpeaks)
अहिल्यानगर: महाराष्ट्र केसरी प्रतियोगिता अहिल्यानगर में 2 फरवरी आयोजित की गई। पहलवान पृथ्वीराज मोहोल ने पहलवान महेंद्र गायकवाड़ को हराकर महाराष्ट्र केसरी का खिताब जीत लिया है। इस मुकाबले में पुणे के पहलवान पृथ्वीराज मोहोल इस साल के महाराष्ट्र केसरी के विजेता बन गए हैं। पहलवान पृथ्वीराज मोहोल ने फाइनल राउंड जीतकर 67वें महाराष्ट्र केसरी टूर्नामेंट की गदा जीत ली है।
पुणे के पहलवान पृथ्वीराज मोहोल को इस वर्ष का महाराष्ट्र केसरी पुरस्कार मिलने पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार, केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, मंत्री दत्तात्रेय भरणे, विधान परिषद के सभापति राम शिंदे और जल संसाधन मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने पहलवान पृथ्वीराज मोहोल को चांदी की गदा और थार गाड़ी भेंट की।
महाराष्ट्र केसरी 2025 के विजेता पहलवान को गदा सौंपते उपमुख्यमंत्री अजित पवार व केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल (सोर्स: एक्स@AjitPawarSpeaks)
इस दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आश्वासन दिया कि राज्य में खेलों के विकास को बढ़ावा देते हुए प्रत्येक खेल के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
मैट वर्ग में, नांदेड़ के डबल महाराष्ट्र केसरी शिवराज रक्से और पुणे जिले के पृथ्वीराज मोहोल के बीच मुकाबला हुआ। पृथ्वीराज मोहोल विजेता बने। अंतिम मुकाबला मृदा श्रेणी में सोलापुर जिले के महेंद्र गायकवाड़ और परभणी के साकेत यादव के बीच था। इस मुकाबले में महेंद्र गायकवाड विजेता बनकर उभरे।
प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि राज्य में खेल प्रेमियों ने इस प्रतियोगिता को अच्छी प्रतिक्रिया दी है। प्रतियोगिता के पुरस्कार भी बड़े हैं। राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयास कर रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार हर खेल के विकास में सहयोग करेगी और अहिल्यानगर में खेलों के विकास के लिए भी आवश्यक सहयोग दिया जाएगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि यह एक प्रतिष्ठित प्रतियोगिता है। स्वर्गीय मामासाहेब मोहोल ने इस प्रतियोगिता की शुरुआत की थी। तब से यह परंपरा निरन्तर बढ़ती जा रही है, जिससे राज्य में कुश्ती का गौरव बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र कुश्ती का उद्गम स्थल है।
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केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि सरकार ने महाराष्ट्र के तीन पहलवानों को प्रथम श्रेणी के पदों पर नियुक्त किया है। उन्होंने विश्वास देते हुए कहा कि आने वाले समय में भी कुश्ती को शाही संरक्षण मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कुश्ती खेल पर डोपिंग के कारण कोई दाग न लगे यह सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रयास किए जाएंगे।