विनेश फोगाट (सौजन्य-एक्स)
पेरिस: पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम वर्ग की कुश्ती के फाइनल में पहुंची भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को फाइनल नहीं खेलने दिया गया। जिसकी वजह थी फाइनल मुकाबले से पहले उनका 100 ग्राम बढ़ा हुआ वजन। जिसके कारण उन्हें फाइनल मुकाबले से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। विनेश फोगाट मामले पर फैसला 13 अगस्त को आएगा। जिसका समय 9.30 बजे है।
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट की एडहॉक कमिटी ने विनेश फोगाट बनाम यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग और आईओसी मामले में 13 अगस्त को फैसला सुनाएगी। ये फैसला जज डॉ एनाबेले बेनेट द्वारा सुनाया जाएगा। बताते है आपको की इसकी शुरूआत कहां से हुई।
पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलो ग्राम वर्ग में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने 6 अगस्त यानी मंगलवार को तीन मैच खेले थे। जो थे प्री क्वार्टर फाइनल, क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल। विनेश ने प्री क्वार्टर फाइनल में टोक्यो की चैंपियन यूई सासाकी को 3-2 से हराया था। उसके बाद क्वार्टर फाइनल में उन्होंने युक्रेन की महिला पहलवान ओक्साना लिवाच को 7-5 से हराया था तो वहीं सेमीफाइनल मुकाबले में क्यूबा की पहलवान युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की थी।
इसके बाद फाइनल मुकाबले से पहले जब विनेश का वजन किया गया। जिसके बाद उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा आया जिसके बाद उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। इस खबर से विनेश फोगाट के साथ साथ पूरे देश को धक्का लगा। इसके बाद विनेश के खेलगांव में बेहोश होने की खबरें भी सामने आयी थी।
विनेश ने इसके बाद 7 अगस्त को भारतीय समयानुसार 8.15 मिनट पर एक एप्लीकेशन दी। विनेश फोगाट ने सीएएस से अपील की कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए। सीएएस की स्थापना ओलंपिक खेलों के दौरान इस तरह के मामलों को सुलझाने के लिए ही गठित किया गया है।
8 अगस्त को विनेश फोगाट ने संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया और कहां कि मां कुश्ती मेरे से जीत गई। मै हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत अब नहीं रही। अलविदा कुश्ती 2001-2024 उन्होंने मांफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।
माँ कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ़ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज़्यादा ताक़त नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024 🙏 आप सबकी हमेशा ऋणी रहूँगी माफी 🙏🙏 — Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) August 7, 2024
9 अगस्त को सीएएस ने विनेश की अपील को स्वीकार कर लिया। सीएएस ने विनेश के केस को सीएएस ओजी 24/17 विनेश फोगाट बनाम यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के तौर पर दर्ज किया। पहले दिन विनेश के मामले में सीएएस के 4 वकीलों ने उनका पक्ष रखा, जो थे जोएल मोनलुइस, एस्टेले इवानोवा, हैबिन एस्टेले किम और चार्ल्स एमसन।
बाद में विनेश द्वारा भारतीय वकील की मांग की गई। जिसके बाद भारतीय वकील पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरिश साल्वे ने विनेश के अयोग्य मामले में उनका पक्ष रखा। वे इस मामले में ऑनलाइन जुड़े थे।
सुनवाई तो 9 अगस्त को पूरी हो गई। लेकिन सीएएस की एडहॉक डिवीजन ने निर्णय देने के लिए समय सीमा 10 अगस्त को रखी गई। जिसके बाद विनेश के मेडल का फैसला टल गया।
10 अगस्त को पूरा देश विनेश फोगाट के फैसले के आने का इंतजार कर रहा था। लेकिन इस बार भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला और विनेश फोगाट अयोग्य केस का मामला 13 अगस्त तक टाल दिया गया। आमतौर पर एड-हॉक पैनल का फैसला 24 घंटे में आ जाता है। लेकिन अब विनेश को मेडल मिलेगा या नहीं इसका फैसले के लिए अब 13 अगस्त तक इंतजार करना होगा।