Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

निशांत देव के स्कोर पर बवाल, जजों ने खोई विश्वसनीयता, रियो ओलंपिक में 36 जज हुए थे निलंबित

ओलंपिक में मुक्केबाजी एक ऐसा खेल है जिसकी स्कोर प्रणाली कभी किसी के समझ से परे है। इस बार पेरिस ओलंपिक में भारत के मुक्केबाज निशांत देव के मुकाबले में निशांत के स्कोर को लेकर कई सवाल खड़े हुए है। इससे पहले मेरीकाम भी विवादित स्कोर का शिकार हुई है। अब तक स्कोर प्रणाली में काफी बदलाव हुए है लेकिन अब भी कोई निष्पक्ष प्रणाली नहीं है

  • By प्रिया जैस
Updated On: Aug 04, 2024 | 03:11 PM

निशांत देव (सौजन्य-एक्स)

Follow Us
Close
Follow Us:

नई दिल्ली: निशांत की हार के बाद पूरे सोशल मीडिया में यहीं चर्चा है कि निशांत कैसे हार गए जबकि मैच के दौरान निशांत ने अपने विराधी मुक्केबाज की अपने मुक्कों से काफी धुनाई की थी। फिर भी निशांत के पॉइन्ट कम कैसे आ सकते है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर इस जजमेंट को लेकर काफी चर्चा हो रही है।

मुक्केबाजी में विजेता का फैसला एक दूसरे पर घूंसों की बरसात से होता है लेकिन इसकी स्कोरिंग प्रणाली आज तक किसी को समझ में नहीं आई और ताजा उदाहरण पेरिस ओलंपिक में भारत के निशांत देव का क्वार्टर फाइनल मुकाबला है।

निशांत 71 किलोवर्ग के क्वार्टर फाइनल में दो दौर में बढत बनाने के बाद मैक्सिको के मार्को वेरडे अलवारेज से 1 . 4 से हार गए तो सभी हैरान रह गए। हर ओलंपिक में यह बहस होती है कि आखिर जज किस आधार पर फैसला सुनाते हैं। निशांत का मामला पहला नहीं है और ना ही आखिरी होगा। लॉस एंजिलिस में 2028 ओलंपिक में मुक्केबाजी का होना तय नहीं है और इस तरह की विवादित स्कोरिंग से मामला और खराब हो रहा है।

Clearly judges robbed this game

Clear cheating Nishant Dev was the clear winner 💔

shame on #Olympics community 💔🤮

Worst judging ever seen 💔#cheating #Olympic2024#NishantDev #OlympicGamesParis2024 #Boxing pic.twitter.com/pagDK463Hm

— Goldy (وقار) (@goldybihari) August 3, 2024

मेरीकोम के साथ हुआ था मामला

टोक्यो ओलंपिक 2020 में एम सी मेरीकोम प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबला हारने के बाद रिंग से मायूसी में बाहर निकली थी क्योंकि उन्हें जीत का यकीन था। उन्होंने उस समय पीटीआई से कहा था ,‘‘ सबसे खराब बात यह है कि कोई रिव्यू या विरोध नहीं कर सकते। मुझे यकीन है कि दुनिया ने इसे देखा होगा। इन्होंने हद कर दी है।”

निशांत के हारने के बाद कल पूर्व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एक्स पर लिखा ,‘‘ मुझे नहीं पता कि स्कोरिंग प्रणाली क्या है लेकिन यह काफी करीबी मुकाबला था। उसने अच्छा खेला। कोई ना भाई।”

I don’t know what’s the scoring system but I think very close fight..he play so well..koi na bhai #NishantDev

— Vijender Singh (@boxervijender) August 3, 2024

अमैच्योर मुक्केबाजी की स्कोरिंग प्रणाली बीतें बरसों में इस तरह बदलती आई है और धीरे-धीरे जजों ने अपनी विश्वसनीयता खो दी।

सियोल ओलंपिक, 1988 :

रोम ओलंपिक 1960 में कई अधिकारियों को एक बाउट में विवादित फैसले के बाद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने बाहर कर दिया। इसके बावजूद सियोल ओलंपिक में खुलेआज ‘लूट’ देखी गई जब अमेरिका के रॉय जोंस जूनियर ने कोरिया के पार्क सि हुन पर 71 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक के मुकाबले में 86 घूंसे बरसाये और सिर्फ 36 घूंसे खाये। इसके बावजूद कोरियाई मुक्केबाज को विजेता घोषित किया गया।   जोंस बाद में विश्व चैम्पियन भी बने लेकिन उस हार को भुला नहीं सके।

1992 बार्सीलोना ओलंपिक में कम्प्यूटर स्कोरिंग :

अमैच्योर मुक्केबाजी की विश्व नियामक ईकाई ने लगातार हो रही आलोचना के बाद 1992 बार्सीलोना ओलंपिक में स्कोरिंग प्रणाली में बदलाव किया। इसके अधिक पारदर्शी बनाने के लिये पांच जजों को लाल और नीले बटन वाले कीपैड दिये गए। उन्हें सिर्फ बटन दबाना था। इसमें स्कोर लाइव दिखाये जाते थे ताकि दर्शकों को समझ में आता रहे।

बाद में शिकायत आने लगी कि इस प्रणाली से मुक्केबाज अधिक रक्षात्मक खेलने लगे हैं और उनका फोकस सीधे घूंसे बरसाने पर रहता है। इसके बाद 2011 में तय किया गया कि पांच में से तीन स्कोर का औसत अंतिम फैसला लेने के लिये प्रयोग किया जायेगा। स्कोर को लाइव दिखाना भी बंद कर दिया गया।

यह भी पढ़ें- भारत पहुंचते ही मिलेंगे लाखों डॉलर, कैसे संभालेगी मनु ये शोहरत

अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ ने 2013 में पेशेवर शैली में 10 अंक की स्कोरिंग प्रणाली अपनाई जिसमें मुक्केबाज का आकलन आक्रमण के साथ रक्षात्मक खेल पर भी किया जाने लगा।

रियो ओलंपिक 2016 में माइकल कोनलान ने निकाला गुस्सा :

बेंटमवेट विश्व चैम्पियन कोनलान ने क्वार्टर फाइनल में पूरे समय दबदबा बनाये रखा लेकिन उन्हें विजेता घोषित नहीं किया गया। वह गुस्से में बरसते हुए रिंग से बाहर निकले। एआईबीए ने उन पर निलंबन भी लगा दिया था।

यह भी पढ़ें- लक्ष्य सेन के लिए बड़ी चुनौती विक्टर, सेमीफाइनल में आज होंगे आमने-सामने, जानिए हेड टू हेड रिकॉर्ड

पांच साल बाद एआईबीए के जांच आयोग ने खुलासा किया कि रियो ओलंपिक 2016 में पक्षपातपूर्ण फैसले हुए थे। कुल 36 जजों को निलंबित कर दिया गया लेकिन उनके नाम नहीं बताये गए। कोनलान ने उस समय ट्वीट किया था,‘‘ तो इसका मतलब है कि मुझे अब ओलंपिक पदक मिलेगा।” अभी तक उनके इस सवाल का किसी के पास जवाब नहीं है।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

Paris olympic 2024 injustice with nishant dev score in boxing 36 judges rio olympic

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Aug 04, 2024 | 03:11 PM

Topics:  

  • Paris Olympics 2024

सम्बंधित ख़बरें

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.