सुल्तान जोहर कप में भारत-पाक के खिलाड़ियों ने किया हैंडशेक (फोटो- @RichKettle07 )
IND vs PAK Handshake: एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए तीनों मैचों में हैंडशेक विवाद ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। भारतीय टी-20 कप्तान सूर्यकुमार यादव ने उस दौरान पाकिस्तान के खिलाड़ियों और कप्तान से हाथ मिलाने से साफ इनकार कर दिया था। इस मुद्दे ने खेल जगत में बहस छेड़ दी थी और दर्शकों के बीच भी चर्चा का विषय बना। इसके बाद महिला वनडे विश्व कप 2025 में भी यही स्थिति देखने को मिली। इंडिया और पाकिस्तान की कप्तान हरमनप्रीत कौर और फातिमा सना ने टॉस के समय हाथ नहीं मिलाया था, जिससे नो हैंडशेक विवाद और गहराता नजर आया।
हालांकि, मलेशिया में आयोजित सुल्तान जोहर कप में इस विवाद का अंत दिखाई दिया। भारत और पाकिस्तान की जूनियर हॉकी टीमों के बीच खेले जा रहे मैच में दोनों टीमों के प्लेयर्स मैदान पर एक-दूसरे के साथ हाई-फाइव करते हुए नजर आए। टॉस के समय शायद हाथ नहीं मिले, लेकिन मैच के दौरान दिखा यह दोस्ताना व्यवहार सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और फैंस ने इसे काफी पसंद किया।
Indian 🇮🇳 and Pakistani 🇵🇰 players had a hand shake before the start of Sultan of Johor Cup Hockey Match 😮 pic.twitter.com/gWMutT6ote — Richard Kettleborough (@RichKettle07) October 14, 2025
नो हैंडशेक विवाद का कारण पाकिस्तान के द्वारा लगातार भारत में किए जा रहे आंतकी हमले हैं। पहलगाम में हुए हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे। यही कारण था कि एशिया कप में भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से मना किया। उस समय पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने ICC से भी शिकायत दर्ज कराई थी।
महिला वर्ल्ड कप में भी नो हैंडशेक जारी था। लेकिन सुल्तान जोहर कप में खेल के दौरान मैदान पर हाई-फाइव करना दर्शाता है कि खिलाड़ियों ने पुराने तनाव को एक तरफ रखकर खेल भावना को प्राथमिकता दी। पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन ने अपने खिलाड़ियों को पहले से मानसिक रूप से तैयार रहने की सलाह दी थी, ताकि विवाद ना बढ़े और खेल पर ध्यान केंद्रित रहे।
ये भी पढ़ें: ICC रैंकिंग में हुआ बदलाव, कप्तान एलिसा हीली ने रैंकिंग में 9 पायदान बढ़त बनाई, इस खिलाड़ी को झटका
इस तरह, सुल्तान जोहर कप ने भारत-पाकिस्तान बीच लंबे समय से चले आ रहे हैंडशेक विवाद को समाप्त किया। खिलाड़ियों द्वारा दिखाया गया यह दोस्ताना व्यवहार दर्शाता है कि खेल भावना और सम्मान के माध्यम से किसी भी पुराने मतभेद को पीछे छोड़ा जा सकता है। यह पल न केवल फैंस के लिए यादगार बना, बल्कि दोनों देशों के बीच सकारात्मक संदेश भी गया।