नई दिल्ली: चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की बेहतरीन रणनीति के कारण टीम आईपीएल के फाइनल (IPL 2023) में जगह बनाने में कामयाब हो पाई है। मंगलवार को आईपीएल 2023 के पहले क्वालीफ़ायर मैच में चेन्नई ने गुजरात टाइटंस (CSK vs GT) को 15 रनों से हराकर 10वीं बार फाइनल में अपनी जगह बनायीं है। इस मैच के दौरान महेंद्र सिंह धोनी की बेहतरीन कप्तानी का एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला। गुजरात के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान धोनी ने एक ऐसी चाल चली, जिसे देख सबका दिमाग चकरा जाए।
गुजरात (GT) की बल्लेबाजी के दौरान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने अंपायर (Umpire) के बीच बहस हुई थी। अंपायर ने धोनी से साफ़ कह दिया गया था कि तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना (Matheesha Pathirana) बॉलिंग नहीं कर सकते। इसके बाद धोनी अपनी जिद्द पर अड़ गए और ऐसी चल चली, जिसके आगे कोई भी कुछ नहीं कर सकता था। गुजरात की शुरुआत अच्छी हुई थी। लेकिन, धोनी के गेंदबाजों ने गुजरात के बल्लेबाजों का अच्छा परेशान किया। गुजरात की टीम 15 ओवर में छह विकेट के नुकसान पर 102 रन था।
मैदान पर राशिद खान डटे हुए थे। वहीं, श्रीलंका के तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना के छह ओवर बचे थे। ऐसे में माही ने पहले फैसला किया था कि, वह 16वां, 18वां और 20वां ओवर पाथिराना ही डालेंगे। धोनी ने जब मथीशा पथिराना को 16वां ओवर डालने के लिए बुलाया, तब अंपायर ने उन्हें रोक दिया। अंपायर के अनुसार,कोई भी बॉलर अगर फिल्डिंग से जितना वक्त बाहर रहता है। उतना ही समय अंदर बिताने के बाद ही वो बॉल डाल सकता है।
इसके बाद धोनी और अंपायर में बहस शुरू हो गयी। धोनी को किसी भी हालत में मथीशा पथिराना से ही यह ओवर करवाना चाहते थे। ऐसे में धोनी ने अंपायर से पूछा कि, मथीशा पथिराना और कितने वक्त के लिए गेंदबाजी नहीं कर सकते। जिसपर अंपायर ने कहा, अभी चार मिनट और रुकना होगा।इसके बाद धोनी ने अपना मास्टरस्ट्रोक खेलते हुए चार मिनट तक मैच को रुकवाए रखा। समय गुजरने के बाद पथिराना से ही माही ने गेंदबाजी कराई।हालांकि, इस वजह से सीएसके स्लो ओवर रेट का शिकार हो गई। जिसका खामियाजा भी धोनी को भुगतना पड़ सकता था।