फीफा 2034 की मेजबानी बैठक (सौजन्य-सोशल मीडिया, प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: विश्व फुटबाल की सर्वोच्च संस्था फीफा बुधवार को अपनी विशेष बैठक करेगा, जहां फीफा 2034 में होने वाले विश्व कप के मेजबान के रूप में सऊदी अरब के दावे पर अंतिम मोहर लगाएगा। साथ ही 2030 में होने वाले विश्व कप का आयोजन में तीन महाद्वीप और छह देश को शामिल करने के निर्णय की भी पुष्टि करेगा।
इस विश्व कप की मेजबानी भले ही तीन देशों स्पेन, पुर्तगाल और मोरक्को को सौंपी गई है, लेकिन इसके तीन मैच दक्षिण अमेरिकी देशों में खेले जाएंगे। फीफा इसके लिए बुधवार को ज्यूरिख में एक विशेष कांग्रेस का आयोजन करेगा। इस बैठक में उसके 211 सदस्य ऑनलाइन भाग लेंगे।
इसका सीधा प्रसारण भी देखा जा सकता है क्योंकि फीफा मुख्यालय में बंद कमरे में होने वाली बैठक का इसकी वेबसाइट पर सीधा प्रसारण किया जा सकता है। विश्व कप 2030 और 2034 मेजबानों की पुष्टि पंजीकृत वोट के बजाय संयुक्त निर्णय से की जा सकती है।
फीफा ने 2026 में होने वाले विश्व कप की मेजबानी के लिए जून 2018 में मास्को में हुए मतदान में प्रत्येक सदस्य की पसंद का खुलासा किया था। तब अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको ने इसकी संयुक्त मेजबानी हासिल की थी। उन्होंने मेजबानी की इस दौड़ में मोरक्को के विरुद्ध 134-65 वोट से जीत हासिल किए थे।
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2022 में ही सऊदी अरब ने 2030 में होने वाले विश्व कप को मिस्त्र, ग्रीस या इटली के साथ मिलकर आयोजित करने की इच्छा जाहिर कर दी थी। हालांकि, यूएफा ने इसे मान्य नहीं किया था। इसके बाद 2034 विश्व कप के लिए एशिया की फुटबाल चलाने वाली संस्था ने आस्ट्रेलिया को दरकिनार करके सऊदी को आगे बढ़ा दिया।
उरुग्वे ने 1930 में पहले विश्व कप फुटबाल टूर्नामेंट की मेजबानी की थी। अब वह 2030 में होने वाले विश्व कप के पहले मैच की मेजबानी भी करेगा। जानकारी दें कि इससे पहले उद्घाटन समारोह भी इसी देश में आयोजित किया जाएगा। उरुग्वे के अलावा अर्जेंटीना और पराग्वे भी 2030 में होने वाली प्रतियोगिता के एक-एक मैच की मेजबानी करेंगे।
इस फीफा विश्व कप के लिए कुल 24 स्टेडियमों के इस्तेमाल करने का प्रस्ताव है जिसमें 11 स्पेन, 3 पुर्तगाल और 6 मोरक्को के भी है। फाइनल के लिए कासाब्लांका में 115000 दर्शकों की क्षमता रखने वाला स्टेडियम बनाए जाने का भी प्लान है। 21 जुलाई का फाइनल मोरक्को और स्पेन दोनों आयोजित करने की इच्छा रखते हैं। सबसे लंबे विश्व कप की शुरुआत 8-9 जून को दक्षिण अमेरिका में तीन मैचों के साथ हो सकती है।
कतर ने विश्व कप के लिए बड़े पैमाने पर एक दशक तक निर्माण कार्य कराए थे, जिसमें प्रवासी श्रमिकों को बहुत मुश्किलें हुई थी। सैकड़ों की जान गई थी और हजारों की संख्या में श्रमिक दल प्रभावित हुए थे। सऊदी अरब को आगामी फीफा के लिए निर्माण कार्य कराने होंगे, इसके लिए क्या प्रवासी श्रमिकों के लिए कानूनी सुरक्षा लागू की जाएगी? फीफा ने दावा किया है कि सऊदी विश्व कप “मानवाधिकारों पर सकारात्मक प्रभाव के लिए महत्वपूर्ण अवसर” के साथ बदलाव भी ला सकता है।
1. ये दूसरी बार होगा जब फीफा विश्व कप खाड़ी देश में खेला जाएगा। इससे पहले ये विश्व कप 2022 में कतर में खेला गया था।
2. सऊदी अरब 92000 दर्शकों की क्षमता वाला नया फुटबाल स्टेडियम रियाद में बनाएगा।
3 एशिया को तीसरी बार फीफा का आयोजन करने का मौका मिला है। इससे पहले 2002 में जापान और दक्षिण कोरिया और 2022 में कतर में आयोजन किया गया था।
4. 2034 विश्व कप में कुल 104 मैच होंगे, जिसकी सऊदी अरब अकेले ही मेजबानी करना चाहता है।