विदर्भ की टीम ट्रॉफी के साथ (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: रणजी ट्रॉफी का तीसरा खिताब विदर्भ ने अपने नाम कर लिया है। रणजी ट्रॉफी 2024-25 के फाइनल मुकाबले में पहली पारी के बढ़त के आधार पर जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही विदर्भ 7 साल बाद ट्रॉफी जीतने में सफल रही। इससे पहले विदर्भ ने 2018-19 में खिताब अपने नाम किया था। विदर्भ ने पहली बार 2017-18 में रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था।
विदर्भ ने फाइनल मुकाबले के पहली पारी में 379 रन बनाए थे और केरल को 342 रन पर आउट कर 37 रन की महत्वपूर्ण बढ़त कायम की। वहीं दूसरी पारी में विदर्भ ने नौ विकेट पर 375 रन बनाकर मैच को खत्म किया। यह मुकाबला ड्रॉ रहा लेकिन पहली पारी के बढ़त के हिसाब से विदर्भ को चैंपियन घोषित किया गया। पिछले सीजन में विदर्भ फाइनल मुकाबले में मुंबई से हार गई थी। लेकिन इस मुंबई को सेमीफाइनल में हराकर पहले ही बाहर कर दिया।
इस सत्र में विदर्भ में शामिल हुए अनुभवी नायर ने सिर्फ विजय हजारे ट्रॉफी में पांच शतकों के साथ ही टीम का नेतृत्व नहीं किया बल्कि रणजी ट्रॉफी में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी रहे, उन्होंने नौ मैच में 53.93 के औसत से चार शतकों और दो अर्द्धशतकों की मदद से 863 रन बनाए। फाइनल में नायर ने 86 और 135 रन की पारी खेली।
वहीं 21 वर्षीय मालेवार दो शतकों और छह अर्द्धशतकों की मदद से 52.20 के औसत से 783 रन बनाकर पांचवें स्थान पर रहे, उन्होंने फाइनल में 153 और 73 रन बनाए। नायर और मालेवार फाइनल में विदर्भ की जीत के सूत्रधार रहे, उन्होंने दोनों पारियों में 215 और 183 रन की साझेदारी निभाई और अपनी टीम को दोनों पारियों में मुश्किल हालात से बाहर निकाला।
विदर्भ ने अंतिम दिन 249/4 स्कोर के आगे खेलना शुरू किया। करुण नायर ने 132 और कप्तान अक्षय वाडकर ने चार से आगे खेलना शुरू किया। करुण हालांकि, अपने स्कोर में सिर्फ तीन रन का ही इजाफा कर सके और उन्हें आदित्य सरवटे ने पवेलियन भेजा। इसके कुछ देर बाद ईडेन एप्पल ने ने हर्ष दुबे को आउट किया जो चार रन बनाकर आउट हुए। फिर सरवटे ने आदित्य (25) को आउट कर विदर्भ को सातवां झटका दिया। उसके बाद दर्शन नालखंडे ने नाबाद 51 रन बनाए। दिन का खेल खत्म होने तक विदर्भ ने दूसरी पारी में नौ विकेट पर 375 रन बनाए। जैसे ही नालकंडे ने अर्धशतक लगाया, मैच समाप्त करने की घोषणा कर दी गई।
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इस खिताबी जीत के साथ ही प्राइज मनी के तौर पर विदर्भ की टीम पर पैसों की बारिश हो गई। बीसीसीआई की तरफ से रणजी ट्रॉफी में चैंपियन बनने वाली टीम को 5 करोड़ की इनामी राशि है। वहीं रनर अप रहने वाली टीम को 3 करोड़ रुपए मिले हैं। बीसीसीआई के पूर्व सचिव जय शाह ने साल 2024 में घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिताओं के प्राइज को मनी को बढ़ाया था। इसके अलावा रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचकर हारने वाली टीम को भी 1-1 करोड़ रुपए की कैश प्राइज दी गई है।