सोफी डिवाइन (फोटो- सोशल मीडिया)
Sophie Devine Gets Emotional in her Last ODI: आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में न्यूजीलैंड महिला टीम का प्रदर्शन पूरी तरह उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा। लीग स्टेज में कुल 7 मुकाबले खेलने के बाद कीवी टीम केवल 1 जीत दर्ज कर पाई और प्वाइंट्स टेबल में छठे नंबर पर रही। न्यूजीलैंड के लिए लीग स्टेज का अंतिम मुकाबला 26 अक्टूबर को इंग्लैंड महिला टीम के खिलाफ खेला गया, जिसमें उन्हें 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में न्यूजीलैंड की कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी सोफी डिवाइन ने अपने वनडे करियर का आखिरी मैच खेला, जिसे लेकर उनके भावनाएं उभरीं।
मैच के बाद सोफी डिवाइन ने खुलासा किया कि वह अपने करियर को जीत के साथ समाप्त करना चाहती थीं, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। उन्होंने कहा, “मैंने जितना सोचा था, उतना रोई नहीं। रिटायरमेंट की घोषणा करने का सबसे अच्छा पहलू यही था कि मैंने अपनी भावनाओं को समझा और मैच का आनंद लिया। आज मुझे 19 साल पहले की शुरुआत को याद करने और उस सफर पर गर्व महसूस करने का मौका मिला।” सोफी डिवाइन न्यूजीलैंड के लिए वनडे में सबसे लंबे समय तक खेलने वाली दूसरी महिला खिलाड़ी हैं, उनसे आगे केवल सूजी बेट्स हैं।
न्यूजीलैंड की टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 168 रन बनाए, जिसे इंग्लैंड ने 29.2 ओवर्स में आसानी से चेज कर लिया। मैच के अंत में इंग्लैंड की प्लेयरों ने सोफी डिवाइन को उनके शानदार वनडे करियर के लिए गार्ड ऑफ ऑनर और शुभकामनाएं दीं।
A special guard of honour for Sophie Devine as she retires from the 50-over format after 19 years 🥹🖤#ENGvNZ | #CWC25 pic.twitter.com/zSUyaJu2oG — ICC (@ICC) October 26, 2025
सोफी डिवाइन ने अपने वनडे करियर में कुल 159 मैच खेले। उन्होंने 32.66 की औसत से 4279 रन बनाए, जिसमें 9 शतक और 18 अर्धशतकीय पारियां शामिल हैं। इसके अलावा वह गेंदबाजी में भी प्रभावशाली रहीं और 36.28 की औसत से कुल 111 विकेट अपने नाम किए। उनका प्रदर्शन दोनों ही क्षेत्रों में शानदार रहा और उन्होंने न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट को कई यादगार पल दिए।
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सोफी की विदाई ना केवल न्यूजीलैंड टीम बल्कि महिला क्रिकेट जगत के लिए भी भावुक क्षण था। उनका करियर अनुभव, कौशल और नेतृत्व का शानदार उदाहरण रहा। उनके योगदान के चलते कई युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं। हालांकि, टीम का प्रदर्शन इस वर्ल्ड कप में निराशाजनक रहा, लेकिन सोफी की व्यक्तिगत उपलब्धियों ने हमेशा उनके खेल को यादगार बना दिया।