रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ। इस टेस्ट के बाद भारतीय कप्तान ने मोहम्मद शमी को लेकर एनसीए से स्थिति साफ करने की मांग की है। उन्होंने जोर दिया कि जब तक वे शमी की स्थिति के बारे में सुनिश्चित नहीं हो जाते तब तक मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में इस तेज गेंदबाज को उतारने का जोखिम नहीं उठाएंगे।
शमी ने हाल ही में समाप्त हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान चोट से वापसी की और उन्हें शनिवार से शुरू हो रही विजय हजारे ट्रॉफी के लिए भी बंगाल की टीम में चुना गया है। रोहित ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि एनसीए से कोई उनके बारे में बात करे। वह हमारी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी है, जहां वह रिहैबिलिटेशन से गुजर रहा है। उन लोगों को ही आकर हमें किसी तरह की अपडेट देने की जरूरत है।”
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एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट के बाद रोहित ने खुलासा किया था कि मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेलते समय शमी के घुटनों में सूजन आ गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि वह इंडिया में बहुत क्रिकेट खेल रहा है। लेकिन उसके घुटने को लेकर भी कुछ शिकायतें हैं। इसलिए हम नहीं चाहते कि खिलाड़ी यहां आए और फिर मैच के बीच में बाहर हो जाए। आप जानते हैं कि जब ऐसा होता है तो क्या होता है।”
रोहित ने कहा, ‘‘इसलिए हम ऐसा कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। जब तक हम शत प्रतिशत, दो सौ प्रतिशत सुनिश्चित ना हों, हम कोई जोखिम नहीं लेंगे।” पिछली बार नवंबर 2023 में एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में भारत के लिए खेलने वाले 34 वर्षीय शमी टखने की चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहे और उन्हें सर्जरी भी करानी पड़ी।
रोहित ने कहा कि अगर शमी पूरी तरह से फिट हैं तो उनके लिए दरवाजे खुले हैं। जैसा कि मैंने पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, दरवाजा खुला है। अगर एनसीए के लोगों को लगता है कि वह ठीक होकर खेल सकते हैं तो हमें उनका स्वागत करने में खुशी होगी।” पिछले हफ्ते भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया था कि शमी को खुद लगता है कि वह अभी लाल गेंद के क्रिकेट में खेलने के लिए तैयार नहीं हैं।