मुनिबा अली रनआउट (फोटो-सोशल मीडिया)
MCC Issues Clarification: महिला वनडे वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले में एक रनआउट को लेकर काफी विवाद हुआ। इस विवाद को बढ़ते देख क्रिकेट का रूल बनाने वाले मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने स्थिति को साफ करते हुए कहा कि तीसरे अंपायर का निर्णय पूरी तरह से सही और नियमों के अनुसार था।
पाकिस्तान की सलामी बल्लेबाज मुनिबा अली के रन आउट को लेकर विवाद हुआ था। रन आउट के दौरान मुनिबा का बल्ला पहले क्रीज के अंदर मैदान पर था, लेकिन गेंद लगने के समय बल्ला हवा में था। तीसरे अंपायर केरिन क्लासटे ने उन्हें रन आउट करार दिया। इस फैसले पर पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना खान ने विरोध जताते हुए कहा कि मुनिबा रन लेने का प्रयास नहीं कर रही थीं और उनका बल्ला पहले क्रीज में था।
एमसीसी ने इस फैसले को सही करार देते हुए कहा कि यह निर्णय पूरी तरह से क्रिकेट के नियमों के अनुरूप था। इसमें किसी प्रकार की चूक नहीं हुई। एमसीसी ने नियम 30.1.2 का हवाला दिया। इस नियम के मुताबिक, ‘‘कोई बल्लेबाज अगर क्रीज की ओर दौड़ते या डाइव करते समय क्रीज से आगे कोई हिस्सा (बल्ला या शरीर) मैदान पर रख देता है और फिर संपर्क खो देता है, तो वह आउट नहीं माना जाएगा।”
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एमसीसी ने साफ किया कि यह नियम केवल उन्हीं बल्लेबाजों पर लागू होता है जो दौड़ रहे हों या डाइव कर रहे हों। मुनिबा न तो दौड़ रही थीं, न ही डाइव कर रही थीं। उन्होंने क्रीज के बाहर से गार्ड लिया था और उनके पैर कभी भी क्रीज के भीतर नहीं आए। मुनिबा का बल्ला संक्षिप्त समय के लिए क्रीज में था, लेकिन जब गेंद विकेटों पर लगी तब उनका बल्ला हवा में था। वह ना तो दौड़ रही थीं, न डाइव कर रही थीं, इसलिए उन्हें ‘बाउंसिंग बैट’ वाले नियम का फायदा नहीं मिला।”
एमसीसी ने कहा कि तीसरे अंपायर ने सही नियमों का पालन करते हुए उन्हें रन आउट करार दिया। दीप्ति शर्मा की थ्रो से मुनिबा अली को वापस जाना पड़ा। भारत ने पाकिस्तान को 43 ओवर में 159 रन पर आउट करके 88 रनों से बड़ी जीत दर्ज की। भारत ने पहली पारी में सभी विकेट खोकर 247 रन बनाए और 248 रनों का लक्ष्य दिया। (एजेंसी इनपुट के साथ)