भारतीय टीम (Photo-BCCI)
स्पोर्ट्स डेस्क : भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले भारतीय टीम ने कुछ खास अंदाज में स्पिनरों से निपटने का प्लान बनाया है। न्यूजीलैंड के खिलाफ वानखेड़े में होने वाले तीसरे टेस्ट से दो दिन पहले भारतीय टीम मैनेजमेंट ने 35 नेट गेंदबाजों को बुलाया, जिसमें कई स्पिनर शामिल हैं।
भारतीय टीम ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से खास अनुरोध किया था कि उन्हें अभ्यास सत्र के दौरान नेट बॉलर दिया जाए। रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम पहले ही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज हार चुकी है, जिसमें उसे बेंगलुरु और पुणे में हार का सामना करना पड़ा है। भारत को क्लीन स्वीप से बचना है तो उन्हें स्पिनर के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना होगा। भारतीय टीम ने क्लीन स्वीप से बचने के लिए एमसीए से स्पिन गेंदबाज की मांग की है।
टीम प्रबंधन ने पहले सभी खिलाड़ियों को बताया था कि टेस्ट से पहले कोई वैकल्पिक प्रशिक्षण नहीं होगा, और सभी के लिए यह अनिवार्य है। स्पिनरों पर ध्यान देने की मांग इसलिए की गई क्योंकि न्यूजीलैंड के मिशेल सेंटनर ने दूसरे टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था। पुणे में मिचेल सेंटनर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 13 विकेट चटकाए। सेंटनर ने 157 रन देकर 13 विकेट चटकाए थे। वो भारत में किसी भी विदेशी गेंदबाज द्वारा तीसरा सबसे बेस्ट प्रदर्शन किया।
भारत के स्पिनरों को वानखेड़े में गेंदबाजी करना काफी रास आता है। यहां रविचंद्रन अश्विन ने 18.42 की औसत से 38 विकेट लिए हैं, जो किसी भी गेंदबाज का सबसे ज्यादा है। रवींद्र जडेजा ने भी इस मैदान पर छह विकेट लिए हैं।
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खेल से तीन दिन पहले, मंगलवार को पिच बिना घास के नजर आई और ग्राउंड स्टाफ पिच पर लगातार पानी दे रहे हैं। पहले सत्र में इस पिच में तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। पहले सत्र में मुंबई का विकेट तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल रहेगा। उसके बाद तो यह विकेट और पिच पूरी तरह से स्पिनरों के लिए मददगार साबित होगा। उम्मीद है कि भारतीय टीम के लिए तीसरे टेस्ट मैच में उम्दा प्रदर्शन करेगी और इस सीरीज का अंतिम मैच जीतकर लाज बचाने में कामयाब हो सकेगी।