विराट कोहली (फोटो- सोशल मीडिया)
Sitanshu Kotak Makes Huge Statement On Virat Kohli’s Future: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकालबे में विराट कोहली ने शतकीय पारी खेलकर भारतीय टीम को 17 रनों से जीत दिला दी। विराट के इस प्रदर्शन के बाद भारत के बल्लेबाजी कोच सीतांशु कोटक का मानना है कि कोहली के वनडे में भविष्य को लेकर अटकलें नहीं लगनी चाहिए क्योंकि इस दिग्गज खिलाड़ी की 50 ओवर के क्रिकेट में फिटनेस, फॉर्म और प्रभाव पहले की तरह बरकरार है।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैच की सीरीज से पहले सवाल उठाए जा रहे थे कि क्या कोहली और रोहित शर्मा 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए मुख्य कोच गौतम गंभीर की योजना में शामिल हैं या नहीं। कोटक ने नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि कोहली के भविष्य को लेकर बहस क्यों हो रही है।
कोटक ने रविवार को यहां साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में भारत की 17 रन की करीबी जीत के बाद कहा, ‘‘मुझे वास्तव में नहीं पता कि हमें इन सब बातों पर गौर करने की जरूरत क्यों है। वह बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और हमें उनके भविष्य के बारे में बात करने की क्या ज़रूरत है। वह जिस तरह से प्रदर्शन कर रहे हैं, उनकी फिटनेस जिस तरह से है उसे देखकर किसी भी चीज को लेकर कोई सवाल ही नहीं उठता।
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कोटक ने कहा कि भूमिकाओं को लेकर स्पष्टता, वास्तविक समय में सीख और सीनियर खिलाड़ियों का अनुभव इस समय भविष्य की योजनाओं से कहीं ज़्यादा मायने रखते हैं। उन्होंने कहा कि वह वाकई शानदार है यार। जब तक वह इसी तरह बल्लेबाजी करता रहेगा, किसी और चीज़ के बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है। बल्लेबाजी कोच ने जोर देकर कहा कि न तो खिलाड़ी और न ही टीम प्रबंधन विश्व कप के बारे में सोच रहे हैं और सीनियर खिलाड़ियों के बारे में इस संदर्भ में चर्चा करने की तो बात ही छोड़ दीजिए।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस बारे में चर्चा होनी चाहिए। रोहित और कोहली दोनों शानदार हैं। वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम में योगदान दे रहे हैं। एक बार जब टीम आ जाती है और अभ्यास शुरू हो जाता है, तो हम बस उसका आनंद लेते हैं। हम 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप के बारे में कोई बात नहीं कर रहे हैं।
कोटक ने कहा कि रविवार को कोहली का वनडे करियर का 52वां शतक न केवल उनकी विरासत की याद दिलाता है, बल्कि यह इस बात का भी उदाहरण है कि जिस प्रारूप को वह अब प्राथमिकता देते हैं, उसमें वह कितनी सहजता से जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उन्होंने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की, जिम्मेदारी ली और एक बार फिर दिखाया कि वह कितने असाधारण खिलाड़ी क्यों हैं।