आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2024 (सौजन्यः आईसीसी)
स्पोर्ट्स डेस्क, नवभारत: महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 की शुरुआत तीन अक्टूबर से शुरू होने वाला है। यह टूर्नामेंट पहले बांग्लादेश में खेला जाना था, लेकिन वहां के खराब हालात को देखते हुए इसे यूएई शिफ्ट कर दिया गया। इस टूर्नामेंट में नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाने वाला है। आईसीसी ने इस टूर्नामेंट में स्मार्ट रीप्ले सिस्टम लागू करने का ऐलान किया है।
महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 के कवरेज के लिए कम से कम 28 कैमरे का इस्तेमाल होने वाला है। इस टूर्नामेंट में डिसीजन रिव्यू सिस्टम भी होगा। जिसमें हॉक-आई स्मार्ट रिप्ले सिस्टम होगा जो टीवी अंपायर को सटीक निर्णय लेने के लिए सिंक्रोनाइज्ड मल्टी-एंगल फुटेज की तुरंत समीक्षा करने में सक्षम बनाता है। स्मार्ट रिप्ले सिस्टम का इस्तेमाल पहली बार महिला टी20 विश्व कप 2024 में किया जाएगा। इससे पहले स्मार्ट रिप्ले सिस्टम का इस्तेमाल हंड्रेड और आईपीएल 2024 में किया गया था।
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स्मार्ट रिप्ले सिस्टम में अब थर्ड अंपायर को हॉक-आई ऑपरेटरों से सीधे इनपुट मिलेंगे जो अंपायरों के साथ एक ही कमरे में बैठे होंगे। टीवी डायरेक्टर जो थर्ड अंपायर और हॉक-आई ऑपरेटरों के बीच एक माध्यम हुआ करता था। वह इस सिस्टम का हिस्सा नहीं होगा। थर्ड अंपायर अब विजुअल्स को बेहतर तरीके से देख पाएगा।
स्टंप कैमरा किसी भी एक्शन को लगभग 50 फ्रेम प्रति सेकंड की कम गति से रिकॉर्ड करता है, जबकि हॉक-आई कैमरे लगभग 300 फ्रेम प्रति सेकंड पर रिकॉर्ड करते हैं, जिसका मतलब है कि अब अंपायरों के लिए अपने फैसले की पुष्टि करने के लिए अधिक सटीक फुटेज होगी। डीआरएस के त्वरित निर्णय से टीमों को लाभ होगा, क्योंकि इससे उनका समय बचेगा।
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जानकारी के लिए बता दें कि अब तक आईसीसी के इस टूर्नामेंट का खिताब ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ही जीत पाई है। ऑस्ट्रेलियाई का फिलहाल इस टूर्नामेंट में एकछत्र राज चल रहा है। अब तक सबसे ज्यादा 6 बार ऑस्ट्रेलिया ने यह खिताब जीता है।