नई दिल्ली: एशिया का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट डूरंड कप इस बार कुछ खास बदलावों के साथ खेला जाएगा। 23 जुलाई से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में केवल छह इंडियन सुपर लीग (ISL) टीमें ही भाग लेंगी, जबकि पिछले साल सभी 12 आईएसएल टीमें इसमें शामिल हुई थीं।
ISL टीमों की कम भागीदारी के पीछे फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (FSDL) और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के बीच जारी अनुबंध विवाद को कारण माना जा रहा है। इसी अनिश्चितता के चलते ISL 2025-26 सीजन भी फिलहाल स्थगित कर दिया गया है, जिससे क्लबों के लिए टीम बनाने और शेड्यूल तय करने में दिक्कत आ रही है। लेफ्टिनेंट जनरल मल्होत्रा ने कहा कि हमारे लिए इस विवाद पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा, लेकिन हमें भरोसा है कि दोनों पक्ष भारतीय फुटबॉल के उज्जवल भविष्य के लिए समाधान निकालेंगे।
डूरंड कप के आयोजकों ने टूर्नामेंट को और अधिक आकर्षक और भव्य बनाने की तैयारी कर ली है। गुरुवार को पूर्वी कमान मुख्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ और डूरंड कप आयोजन समिति के अध्यक्ष, लेफ्टिनेंट जनरल मोहित मल्होत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम घोषणाएं कीं।उन्होंने बताया कि इस साल डूरंड कप की कुल पुरस्कार राशि को 1.2 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 3 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा, व्यक्तिगत प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए भी शानदार इनाम रखा गया है।
इस साल बेस्ट गोलकीपर, गोल्डन बूट (टॉप स्कोरर) और गोल्डन बॉल (सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी) जीतने वाले खिलाड़ियों को एक-एक SUV कार दी जाएगी। यह किसी भी भारतीय फुटबॉल टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी व्यक्तिगत पुरस्कार राशि में से एक है।
यह भी पढ़ें: अदिति चौहान ने फुटबॉल से लिया संन्यास, 17 साल के करियर को कहा अलविदा
इस बार की विजेता टीम को राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया जाएगा, जहां भारत की राष्ट्रपति ‘प्रेसिडेंट्स कप’ प्रदान करेंगी। यह सम्मान देश के फुटबॉल खिलाड़ियों और क्लबों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा। इस टूर्नामेंट में 6 आईएसएल की टीम शामिल है। वहीं इनके अलावा टूर्नामेंट में दो विदेशी टीमें त्रिभुवन आर्मी एफसी (नेपाल) और आर्म्ड फोर्सेज (मलेशिया) भी हिस्सा लेंगी।