टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर (फोटो- सोशल मीडिया)
Gautam Gambhir Case: टीम इंडिया ने हाल में इंग्लैंड दौरे में अपना दम दिखाया है। कोच गौतम गंभीर व शुभमन गिल की अगुवाई में टीम ने इंग्लिश धरती पर 5 मुकाबलों की सीरीज को 2-2 की बराबरी पर खत्म किया था। अब एशिया कप को लेकर भारतीय टीम सबसे ट्रॉफी जीतने की सबसे प्रबल दावेदार मानी जा रही है। गौतम गंभीर अपनी नई टीम के साथ इसके खिताब को अपने नाम करने के लिए बेताब हैं, लेकिन इससे पहले हेड कोच के लिए एक बुरी खबर सामने आ रही है।
हेड कोच गौतम गंभीर को परेशानी दिल्ली हाईकोर्ड की तरफ से आ रही है, जसके बाद उनकी समस्याओं में इजाफा होते हुए दिख रहा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने गंभीर व उनके परिवार और फाउंडेशन के खिलाफ चल रहे ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही को रोकने से साफ मना कर दिया है। यही कारण है कि एशिया कप से पहले गौतम गंभीर कानूनी पेंच में फंसते हुए नजर आ रहे हैं।
गौतम गंभीर का नाम कोविड-19 के दौरान दवाओं को अवैध तरीके वितरण व जमा करने से जुड़े मामले में शामिल है। अब जस्टिस नीना बंसल ने टीम इंडिया के कोच को इस मामले में राहत देने से मना कर दिया है। जज ने इससे इतर मामले की सुनवाई की अगली तारीख भी बता डाली है। इसकी अगली सुनवाई 29 अगस्त को होनी है। यदि ऐसा नहीं होता है तो फिर ट्रायल कोर्ट के द्वारा 8 सितंबर 2025 को कार्यवाही आगे बढा दी जाएगी।
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दिल्ली औषधि नियंत्रण विभाग ने पूर्व क्रिकेटर और सांसद गौतम गंभीर, उनके परिवार तथा उनकी फाउंडेशन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बिना लाइसेंस कोविड से संबंधित दवाओं को इकट्ठा किया गया और उनका वितरण किया गया। इस मामले की सुनवाई फिलहाल जारी है और अगली तारीख 29 अगस्त को तय की गई है। अभी तक अदालत से कोई अंतिम फैसला नहीं आया है, लेकिन अगर गंभीर और उनकी फाउंडेशन पर लगे आरोप साबित होते हैं, तो यह उनके साथ-साथ परिवार और सीईओ के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर सकता है।