महेंद्र सिंह धोनी (फोटो- सोशल मीडिया)
महेंद्र सिंह धोनी सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने बतौर कप्तान टीम इंडिया को बड़े इवेंट्स में जीतना सिखाया। उन्होंने बताया कि मैदान पर जब संभावनाए आपके पक्ष में न हो, उस स्तिथि में कैसे जीत दर्ज की जाती है। इन सब बातों के उन्होंने कई बार साबित करके दिखाया है। उनकी कप्तानी में टीम ने बड़े-बड़े इवेंट्स शानदार तरीके से अपने नाम किए।
महेंद्र सिंह धोनी आज यानी 7 जुलाई 2025 को अपना 44वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने आईसीसी की तीन ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इसमें 2007 टी20 विश्वकप, 2011 वनडे विश्वकप और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का खिताब शामिल है। इसके अलावा IPL में चेन्नई सुपर किंग्स को माही 5 बार चैंपियन बना चुके हैं। अन्य लोगों की तुलना में मैदान पर धोनी का व्यक्तित्व कुछ अलग था। आइए आज के इस लेख में हम उनके इन्हीं पहलुओं पर बात करते हैं।
महेंद्र सिंह धोनी को उनके क्रिकेट करियर के दौरान मैदान पर शांत देखा गया। वो किसी भी स्तिथि में नॉर्मल रहते, परेशान नहीं होते और शांत दिमाग से निर्णय लेते दिखें। ये ही कारण था कि लोगों ने उन्हें ‘कैप्टन कूल’ का नाम दिया। धोनी विकेट के पीछे से अपने कूल माइंड से गेम का रुख पलटने में माहिर थे। ऐसे उन्होंने कई बार कर दिखाया।
महेंद्र सिंह धोनी को फैंस उनके शातिर दिमाग के लिए बहुत मिस और याद करते हैं। टीम इंडिया के बतौर कप्तान उनके फैसलों ने कई बार विरोधी टीम के होश उड़ाए हैं। इसका नमूना उन्होंने टीम इंडिया के कप्तान और आईपीएल में सीएसके के कप्तान के तौर पर कई बार दिखाया है।
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विस्फोटक बल्लेबाज से ज्यादा ने महेंद्र सिंह धोनी को उनके द्वारा विकेट के पीछे से किए गए कारनामों के लिए याद किया जाता है। जब वो विकेट के पीछे होते हैं, तो बल्लेबाज को गेंदबाज से ज्यादा डर उनसे ही रहता है। बल्लेबाज को पता होता है कि यदि वो क्रीज से बाहर निकला धोनी उन्हें आउट करने में ज्यादा समय नहीं लगाएंगे।
इस बात का नमूना उन्होंने IPL 2025 में दिखाया। मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडिया के बीच था। बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव कर रहे थे और विकेट के पीछे 43 साल के महेंद्र सिंह धोनी थे। इस मुकाबले में धोनी ने सूर्यकुमार यादव की 0.12 सेकंड में स्टंपिग कर दी। उनकी इस फुर्ती को देखकर सूर्यकुमार यादव भी हैरान हो गए। जिसके बाद एक बार फिर से चर्चा होने लगी कि आखिर 43 साल की उम्र में भी धोनी इतनी फुर्ती कहां से लाते हैं?
टीम इंडिया के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने कुल 90 टेस्ट मुकाबले खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 30.09 की औसत के साथ 4876 रन बनाए हैं। इसमें 6 शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, 350 वनडे मुकाबले में उन्होंने 50.57 की औसत के साथ 10773 रन बनाए हैं। 98 टी20 मुकाबलों में धोनी ने 1617 रन बनाए। महेंद्र सिंह धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू किया था। वहीं, 15 अगस्त 2020 को उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की।