
आशुतोष शर्मा (Image- Social Media)
स्पोर्ट्स डेस्क: आशुतोष शर्मा…इस समय दुनियाभर के फैंस की जुबां पर ये नाम है। इस खिलाड़ी ने कारनामा ही ऐसा कर दिखाया है। जिसे काम नहीं उसे चमत्कार कहना चाहिए क्योंकि जब किसी टीम के 40 गेंदों के अंदर 5 विकेट गिर जाएं और वो 210 रनों का पीछा कर रही हो तब भी आप टीम को मैच जिता दें तो यह मैजिक ही होता है। आशुतोश शर्मा ने लखनऊ के खिलाफ यही कमाल कर दिखाया है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 5 छक्के तथा 5 चौकों के दम पर नाबाद 66 रनों की पारी खेली।
इस खिलाड़ी ने विपराज निगम के साथ सिर्फ 19 गेंदों में अर्धशतकीय साझेदारी भी की तथा इस तरह दिल्ली ने लखनऊ के मुंह से मैच छीन लिया। आशुतोष शर्मा ने कैसे दिल्ली को मैच जिताया तथा कैसे वो फर्श से अर्श पर पहुंचे हैं, इसकी कहानी बहुत दिलचस्प है।
आशुतोष शर्मा को आज पूरी दुनिया सलाम कर रही है लेकिन एक वक्त था जब यह खिलाड़ी सड़कों पर धक्के खा रहा था। आशुतोष ने महज 8 साल की उम्र में घर छोड़दिया था। आशुतोष शर्मा का जन्म मध्य प्रदेश के रतलाम में हुआ था और क्रिकेटर बनने के लिए वह इंदौर आ गए।
केवल 10 साल की उम्र में आशुतोष ने छोटे-मोटे काम कर अपना पेट पाला। आशुतोष ने एक इंटरव्यू में कहा कि उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं होते थे। पेट पालने के लिए उन्होंने छोटे-मोटे मैचों में अंपायरिंग की और यहां तक कि उन्होंने लोगों के कपड़े भी धोए। लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर अमय खुरसिया ने उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल दी।
खेल जगत से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खुरसिया ने उनके खेल पर काम किया जिसके दम पर वह मध्य प्रदेश की टीम तक पहुंचे। हालांकि किसी वजह से उन्हें वो टीम छोड़कर रेलवे की टीम में जाना पड़ा और वहीं उनको नौकरी भी मिली। आशुतोष इसके बाद आईपीएल में आए। पंजाब ने उनको 20 लाख में खरीदा, जहां उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया। 2025 में उनकी किस्मत और पलटी। इस बार दिल्ली ने उनपर दांव लगाया और 3.8 करोड़ रुपये में खरीदा।






