राकेश कुमार (सौजन्यः सोशल मीडिया)
पेरिस: दुनिया के नंबर एक पैरा तीरंदाज राकेश कुमार ने पेरिस पैरालंपिक में शानदार खेल दिखाया है। उन्होंने कंपाउंड पुरुष ओपन श्रेणी में इंडोनेशिया के केन स्वगुमिलांग को शूटऑफ में हराकर लगातार दूसरी बार पैरालंपिक खेलों के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। इसी के साथ उनसे अब पदक की उम्मीद भी बढ़ गई है।
दुनिया के शीर्ष दो तीरंदाजों के बीच मुकाबले में राकेश ने एक अंक की मामूली बढ़त बनाए रखी और उन्हें जीतने के लिए नौ अंक के शॉट की जरूरत थी। लेकिन वह आठ अंक की रिंग में शॉट लगा बैठे। इससे दोनों तीरंदाज 15 तीर के बाद 144-144 से बराबरी पर पहुंच गये।
टोक्यो पैरालंपिक में क्वार्टर फाइनल से बाहर होने वाले 39 वर्षीय अनुभवी राकेश ने इसके बाद हुए शूट-ऑफ में परफेक्ट 10 शॉट लगाने के लिए संयम बनाए रखा जबकि केन आठ अंक का शॉट ही लगा सके। क्वार्टर फाइनल में राकेश का सामना कनाडा के काइल ट्रेम्बले और ऑस्ट्रिया के मायर के विजेता से होगा।
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जम्मू के तीरंदाज राकेश ने पिछले साल एशियाई पैरा चैंपियनशिप की व्यक्तिगत और मिश्रित टीम स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने विश्व पैरा चैंपियनशिप में मिश्रित टीम का स्वर्ण पदक भी जीता था। राकेश को रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी और 2009 में ठीक होने के बाद उन्हें पता चला कि उन्हें जीवन भर व्हीलचेयर पर रहना पड़ेगा। इससे वे अवसाद में चले गए।
अपने तीरंदाजी कोच कुलदीप वेदवान से मिलने के बाद उनके जीवन ने एक नया मोड़ लिया क्योंकि दोनों ने कटरा में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड में एक साथ अपना कार्यकाल शुरू किया।
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पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के पास 5 पदक हो गए हैं। जिसमें 1 स्वर्ण पदक 1 रजत और 3 कांस्य हैं। शुक्रवार को अवनि लेखारा ने गोल्ड और मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता था। मनीष नरवाल ने सिल्वर मेडल नाम किया था। प्रीति पाल ने भी कांस्य पदक जीता। जबकि शनिवार को रुबीना फ्रांसिस ने 10 मीटर एयर पिस्टल एसएस-1 स्पर्धा में भारत को कांस्य पदक दिलाया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)