Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

विशेष: पर्यटकों के होम स्टे से पहाड़ों की बरबादी, क्या होगा उत्तराखंड का भविष्य

Uttarakhand Tourism: वीरान हो रहे गांवों को बचाने के लिए सरकार ने 2018 में होम स्टे योजना आरंभ की थी, सोच यह थी कि इससे पर्यटक गांवों का रुख करेंगे।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Aug 09, 2025 | 10:51 AM

पर्यटकों के होम स्टे से पहाड़ों की बरबादी (सौ. डिजाइन फोटो)

Follow Us
Close
Follow Us:

 

नवभारत डिजिटल डेस्क: उत्तराखंड का नैनीताल हो या फिर देहरादून,हर जगह होम स्टे की क्रांति आई हुई है, सिर्फ शहर ही नहीं उत्तराखंड के छोटे-छोटे गांव भी होम स्टे क्रांति की चपेट में हैं जिस स्टैंडर्ड का होटल दो हजार में मिलता है, उसी स्टैंडर्ड का होम स्टे भी दो हजार का ही मिल रहा है होम स्टे में जाकर होटल से अधिक सुविधाएं मिल जाती हैं यह सब पिछले सात-आठ सालों में आई होम स्टे क्रांति का नतीजा है।इस क्रांति ने शहरों को भले ही नुकसान नहीं पहुंचाया हो लेकिन पहाड़ों के लिए यह बहुत खतरनाक बन चुकी है इस होम स्टे क्रांति के दुष्परिणाम क्या हो रहे हैं यह हाल में गंगोत्री के मार्ग के तीन खूबसूरत गांवों की बरबादी से देखा जा सकता है।

वीरान हो रहे गांवों को बचाने के लिए सरकार ने 2018 में होम स्टे योजना आरंभ की थी, सोच यह थी कि इससे पर्यटक गांवों का रुख करेंगे, इससे जो पहाड़वासी रोजगार की कमी के कारण शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं। वह रिवर्स पलायन की ओर आकर्षित होंगे होम स्टे के लिए एक सोच यह भी थी कि इससे स्थानीय उत्पादों को नया जीवन मिलेगा जो पर्यटक यहां आएंगे। वह यहां की संस्कृति, खानपान, रहन-सहन, संस्कारों आदि से परिचित होंगे। यहां के पारंपरिक घरों को इसके जरिए खंडहर से बचाया जा सकता अनुदान क साथ हा तमाम सुविधाएं भा इसलिए सरकार ने होम स्टे के लिए इसमें अनुदान तथा सब्सिडी भी शामिल थी।

ओम पर्वत-आदि कैलाश यात्रा में जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं गए थे, तब तक वहां पर जाना बहुत मुश्किल था पर अब हालत यह है कि आदि कैलाश तक इतनी बेहतरीन सड़क बन गई है कि उस पर वाहन फर्राटा भरते हैं ओम पर्वत की स्थिति तो यह है कि इससे महज पचास मीटर नीचे धुंआ फैलाते डीजल वाहन खड़े होते हैं होम स्टे से प्रकृति को जो नुकसान हो रहा है, वह हाल में पराली या मुखवा में हुए विध्वंस ने दिखा ही दिया है प्रश्न यह है कि आखिर प्रकृति और पर्यटन बचें कैसे?

ये भी पढ़ें–  नवभारत विशेष के लेख पढ़ने के लिए क्लिक करें

विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को अपने मानकों पर सख्ती से काम करना होगा और होम स्टे के मालिकों को यह स्पष्ट करना होगा कि वह स्थानीय संस्कृति और सुविधाओं में ही रहे न कि शहरीकरण से पहाड़ों को नुकसान पहुंचाएं जब तक सरकार और स्थानीय निवासी मिलकर कोई काम नहीं करेंगे, तब तक धराली या केदारनाथ जैसी पटनाओं को रोक पाना मश्किल होगा।

लेख-मनोज वार्ष्णेय के द्वारा

Homestays of tourists in uttarakhand are ruining the mountains

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Aug 09, 2025 | 10:49 AM

Topics:  

  • Special Coverage
  • Tourism News
  • Uttarakhand News

सम्बंधित ख़बरें

1

आंखों में आंसू…कंधे पर भूख और सिलेंडर के साथ सीधी चढ़ाई, कुदरती कहर के बाद धराली में जिंदगी की जंग

2

संपादकीय: सुप्रीम कोर्ट का उचित निर्णय, पुराने वाहनों के मालिकों पर कोई कार्रवाई नहीं

3

संपादकीय: अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, पाकिस्तान में बाल अधिकारों का दमन

4

निशानेबाज: मुनीर कर रहे व्यर्थ की बकबक, भारत मर्सीडीज तो पाक है ट्रक

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.