अरविंद केजरीवाल और नरेंद्र मोदी (डिजाइन फोटो)
नवभारत डेस्क: दिल्ली विधानसभा चुनाव में ‘आप’ और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला होने के आसार हैं। 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को 53 प्रतिशत और बीजेपी को 38 प्रतिशत वोट मिले थे। दोनों के बीच 15 फीसदी मतों का अंतर था। अब बीजेपी का लक्ष्य है कि ‘आप’ को 50 फीसदी से कम वोटों पर रोक दिया जाए। यदि 5 से 7 प्रतिशत वोट कांग्रेस की ओर मुड़ गए तो ‘आप’ के वोट घट जाएंगे।
दिल्लीवासियों ने ‘आप’ को लगातार 3 बार चुना था। इस बार एंटी इनकमबेंसी या बदलाव का वोट संभव है। ‘आप’ के संयोजक व दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रेवड़ियां बांटना शुरू किया है। महिला, वृद्ध, कमजोर आर्थिक वर्ग के लोगों के लिए लुभानेवाली घोषणाएं कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि पूर्वांचली व पंजाबी वोटर ‘आप’ के साथ हैं। दलित, मुस्लिम और वैश्य समुदाय ‘आप’ के पक्ष में है। दिल्ली के 28 प्रतिशत (लगभग 20 लाख) लोग झोपड़ाबस्ती में रहते हैं जिन पर लुभावने वादे असर करते हैं। इसके अलावा वहां 17 प्रतिशत दलित, 12 प्रतिशत मुस्लिम, 19 प्र.श. ओबीसी, 10 प्र.श. ब्राह्मण, 8 प्र.श. वैश्य व 8 प्र.श. जाट हैं।
दिल्ली में 22 प्रतिशत पूर्वांचली तथा 20 प्रतिशत हिंदू पंजाबी और सिख हैं। बीजेपी ने पंजाबी हिंदू वोटों को अपने पक्ष में जुटाने के लिए मनोहरलाल खट्टर को जिम्मेदारी दी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायबसिंह सैनी ओबीसी मतों को बीजेपी की ओर आकर्षित करेंगे। हिंदू मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा प्रयास करेंगे।
योगी आदित्यनाथ और अमित शाह भी जमकर प्रचार करेंगे। दिल्ली की जीत को बीजेपी ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है। कांग्रेस को विशेष सफलता की उम्मीद नहीं है लेकिन वह ‘आप’ के वोट काटेगी। कांग्रेस ने महिलाओं को प्यारी दीदी योजना के तहत हर माह 2500 रुपए तथा बेरोजगारों को हर माह 8,500 रुपये देने की गारंटी दी है।
राहुल गांधी ने ‘जय भीम जय संविधान’ सभा से प्रचार की शुरूआत की। दलित-मुस्लिम मतदाताओं के साथ महिला मतदाताओं में फूट न पड़े इसके लिए ‘आप’ सतर्क है। पिछले दिनों बीजेपी का मुख्यमंत्री चेहरा कहलानेवाले रमेश बिधूड़ी ने प्रियंका गांधी और आतिशी के खिलाफ चुभनेवाली बातें कहीं जिसका कांग्रेस और ‘आप’ दोनों ने कड़ा विरोध किया है।
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बीजेपी का आरोप है कि शराब नीति में बदलाव कर ‘आप’ सरकार ने 2000 करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला किया है। केजरीवाल ने नया पैंतरा चलते हुए कहा कि जिनकी झुग्गियां तोड़ी हैं, उन्हें उसी जगह मकान दिया जाए और केस वापस लिए जाएं तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।
लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा