Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Sonam Wangchuck |
  • Dussehra 2025 |
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

निशानेबाज: कुंभ में संगम तक नौका चलाई, मल्लाहों ने की करोड़ों की कमाई

आखिर क्या किया जाए?’ हमने कहा, ‘यदि आप नाव चलाना जानते हैं तो कुंभ मेले में क्यों नहीं गए? प्रयागराज के पिंटू मल्लाह के परिवार ने अपनी नौकाओं में श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाकर 30 करोड़ रुपए कमा लिए।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Mar 08, 2025 | 12:04 PM

कुंभ में मल्लाहों ने की करोड़ों की कमाई (सौ.डिजाइन फोटो)

Follow Us
Close
Follow Us:

नवभारत डिजिटल डेस्क: पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘निशानेबाज, बढ़ती महंगाई में गृहस्थी की नाव चलाना बहुत कठिन हो गया है. परिस्थितियां चुनौतीपूर्ण हैं. आखिर क्या किया जाए?’ हमने कहा, ‘यदि आप नाव चलाना जानते हैं तो कुंभ मेले में क्यों नहीं गए? प्रयागराज के पिंटू मल्लाह के परिवार ने अपनी नौकाओं में श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचाकर 30 करोड़ रुपए कमा लिए. कुछ चालाक लोग चारसौबीसी का चक्कर चलाकर पैसे कमाते हैं लेकिन पिंटू मल्लाह के परिवार के सदस्यों ने 130 नौकाओं से वाटर ट्रांसपोर्ट सर्विस के जरिए इतनी मोटी कमाई कर ली।

जरा सोचिए कि एक नाव में 20 श्रद्धालु बैठे हैं और प्रत्येक 4,000 से 5,000 रुपए का भुगतान करे तो 3-4 ट्रिप में कितनी रकम हाथ आ जाएगी. हर 12 वर्ष में कुंभ मेला होता है तब तक आप कुछ नाव या मोटरबोट खरीद लीजिए. अच्छी-खासी कमाई कर लेंगे.’ पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, जब हम बच्चे थे तो बारिश में बहते पानी में कागज की नाव चलाया करते थे फिर हमने बड़े होने पर जगजीतसिंह की गजल सुनी- वो कागज की कश्ती, वो बारिश का पानी! केरल घूमने गए तो वहां की प्रसिद्ध बोट रेस या नौका दौड़ देखी।

हमें मालूम है कि केवट ने भगवान राम के चरण धोने के बाद ही उन्हें नौका पर बिठाकर गंगा पार कराई थी. रामायण में लिखा है- मांगी नाव ना केवट आना, कहई तुम्हार मरूम मैं जाना. केवट को डर था कि कहीं राम के चरण का स्पर्श होने से उसकी नाव अहिल्या के समान स्त्री न बन जाए. एक भजन भी है- मेरी छोटी से ये नाव, तेरे जादूगर पांव, मोहे डर लागे राम, कैसे बिठाऊं तुम्हें नाव में.’ हमने कहा, ‘ओलंपिक में नौकानयन प्रतियोगिता होती है जिसे रोविंग कांपिटीशन कहा जाता है।

नवभारत विशेष से जुड़े सभी रोचक आर्टिकल्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

इसमें बड़ी तेजी से चप्पू या पतवार चलाना पड़ता है. अमेरिका में न्यूयार्क से स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी देखने जाने के लिए बोट में सवार होना पड़ता है. इस 3 मंजिला जहाज को शिप नहीं बल्कि बोट कहा जाता है. उत्तरी ध्रुव में रहनेवाले एस्किमो चमड़े की नाव का इस्तेमाल करते हैं जो कयाक कहलाती है. उर्दू में नाविक या मल्लाह को नाखुदा कहा जाता है. खुदा को माननेवाले भी नाव में बैठने के बाद नाखुदा या मांझी पर भरोसा करने लगते हैं।’

लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा

Boatmen earned crores by rowing boats to sangam during kumbh

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Mar 08, 2025 | 12:04 PM

Topics:  

  • Mahakumbh 2025

सम्बंधित ख़बरें

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.