सावन में मां तुलसी की पूजा (सौ.सोशल मीडिया)
शिव भक्तों का पावन महीना सावन जल्द आने वाला है। यह महीना भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। आपको बता दें, पंचांग के अनुसार, इस साल श्रावण मास 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा।
वहीं, सावन का पहला व्रत 14 जुलाई, सोमवार के दिन रखा जाएगा। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान भगवान शिव धरती लोक पर निवास करते हैं और भक्तों द्वारा की गई प्रार्थनाओं को जल्दी सुनते है और भक्तों को मनवांछित फल देते हैं।
लेकिन ज्योतिषयों के अनुसार, सावन महीना के दौरान भगवान विष्णु और देवी तुलसी की पूजा का भी विशेष महत्व है। मां तुलसी को भगवान विष्णु की प्रिय माना जाता है, और सावन में उनकी उपासना करने से कई धार्मिक लाभ मिलते हैं। आइए जानते है सावन महीने में तुलसी पूजा का क्या है महत्व।
ज्योतिषयों के अनुसार, तुलसी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है। सावन के पवित्र महीने में तुलसी की उपासना से जाने-अनजाने में हुए पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में शुद्धता आती है।
सावन में भगवान शिव के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा का भी विधान हैं। तुलसी भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है और उन्हें ‘हरिप्रिया’ भी कहा जाता है। सावन में तुलसी की पूजा करने से भगवान विष्णु शीघ्र प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा प्राप्त होती है।
तुलसी के पौधे को घर में सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। सावन में तुलसी की पूजा करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है, जिससे घर का वातावरण शांतिपूर्ण और खुशहाल रहता है।
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तुलसी को धन की देवी लक्ष्मी का स्वरूप भी माना जाता है। सावन में तुलसी की नियमित पूजा और दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है, आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और दरिद्रता दूर होती है।
सच्चे मन से तुलसी की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। सावन में अपनी विशेष इच्छाओं की पूर्ति के लिए तुलसी माता से प्रार्थना करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
तुलसी पूजन से संतान प्राप्ति और उनकी रक्षा का आशीर्वाद भी मिलता हैं। विशेषकर स्त्रियां इस माह में तुलसी की परिक्रमा कर संतान के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हैं।