छठी मैया को क्यों चढ़ाया जाता है ठेकुआ का प्रसाद (सौ.सोशल मीडिया)
Chhath Puja Thekua Prasad: छठ पर्व हिन्दू धर्म में सबसे कठिन व्रतों में से एक है। जिसकी शुरुआत इस साल 25 अक्टूबर को हो रही है और इसका समापन 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगी। ये महापर्व विशेष रूप से सूर्य देव और छठी मैया की पूजा के लिए समर्पित है। जैसा कि आप जानते है कि,हर साल इस महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है वहीं इसका समापन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होता है।
आपको बता दें, इस महापर्व में छठी मैया को ठेकुआ का प्रसाद जरुर चढ़ाया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं छठ पूजा में छठी मैया को ठेकुआ का प्रसाद क्यों चढ़ाया जाता है। साथ ही, जानते हैं ठेकुआ प्रसाद का छठ पूजा में क्या महत्व।
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, छठ पूजा में छठी मैया को ठेकुआ का प्रसाद इसलिए चढ़ाया जाता है, क्योंकि ये प्रसाद उनको अतिप्रिय है। ये सनातन धर्म की पारंपरिक प्रसाद है। इस प्रसाद को शुभता, समृद्धि और संतान प्राप्ति के लिए चढ़ाया जाता है। ठेकुआ के प्रसाद के बिना छठ की पूजा पूरी नहीं मानी जाती है।
बता दें, ठेकुआ छठी मैया के साथ-साथ भगवान सूर्य को भी बहुत प्रिय है। मान्यता है कि छठ पूजा के दौरान ठेकुआ चढ़ाने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
ठेकुआ चढ़ाने से छठी मैया बहुत प्रसन्न होती हैं और अपना आशीर्वाद भक्तों पर सदैव बनाए रखती है। ठेकुआ गेहूं, गुड़, और घी आदि से मिलकर बना होता है। ये चीजें सूर्य की तरह ही तेज और उर्जावान मानी जाती हैं, जिन्हें छठ पूजा में पूजा जाता है।
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शास्त्रों में ये भी बताया गया है ठेकुआ का भोग लगाने से व्रती के घर में सुख और समृद्धि आती है और कोई कमी नहीं होती है। ठेकुआ नियमों और साफ-सफाई के साथ मिट्टी के चूल्हे पर बनाया जाता है। ये छठ पूजा की पवित्रता और भक्ति को दर्शाता है।