Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • हेल्थ
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Diwali 2025 |
  • Ind vs Aus |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

यम द्वितीया पर भाई का बहन के घर भोजन क्यों है इतना महत्वपूर्ण? जानें धार्मिक रहस्य

Bhai Dooj 2025: दीपावली के समापन पर मनाया जाने वाला एक विशेष पर्व है, जो भाई-बहन के प्रेम और धार्मिक आस्थाओं से जुड़ा हुआ है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल द्वितीया को मनाया जाता है।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Oct 21, 2025 | 09:12 AM

यम द्वितीया की कथा और परंपरा (सौ. सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

Bhai Dooj 2025: दीपोत्सव के पांचवें और आखिरी दिन भैया दूज मनाया जाएगा। इस पर्व को यम द्वितीया या भ्रातृ द्वितीया भी कहा जाता है, दीपावली के समापन पर मनाया जाने वाला एक विशेष पर्व है, जो भाई-बहन के प्रेम और धार्मिक आस्थाओं से जुड़ा हुआ है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल द्वितीया को मनाया जाता है और इस साल 23 अक्टूबर को पड़ रहा है। भैया दूज, रक्षाबंधन की तरह ही भाई-बहन के प्यार का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भाई को बहन के घर भोजन करना जरूरी होता है। इसे लेकर मान्यता होती है।

विश्राम घाट की मान्यता

मथुरा के विश्राम घाट से जुड़ी एक प्राचीन मान्यता के अनुसार, यदि बहन इस दिन अपने भाई को रक्षा सूत्र बांधती है, तो भाई की अकाल मृत्यु नहीं होती। यह धार्मिक विश्वास भाई की दीर्घायु और सुरक्षा की कामना से जुड़ा है, जो इस पर्व को और भी पवित्र बना देता है।

पुराणों में उल्लिखित धार्मिक महत्व

पद्मपुराण के अनुसार, जो व्यक्ति अपनी विवाहिता बहनों को वस्त्रों और आभूषणों से सम्मानित करता है, उसे शत्रुओं का भय नहीं रहता। यह कृत्य न केवल प्रेम और सम्मान का प्रतीक है, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी कल्याणकारी माना गया है।

यम द्वितीया की कथा और परंपरा

भविष्य पुराण में वर्णित कथा के अनुसार, यमुना ने अपने भाई यमराज को इस दिन अपने घर भोजन के लिए आमंत्रित किया था। तभी से यह दिन यम द्वितीया के रूप में प्रसिद्ध हो गया। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भाई को अपनी बहन के घर भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति यम की यातनाओं से मुक्त होता है और दीर्घायु प्राप्त करता है।

ये भी पढ़ें- 22 अक्टूबर को है गोवर्धन पूजा, क्यों लगाया जाता है श्रीकृष्ण को 56 तरह का भोग, जानिए रहस्य

भेंट और स्नेह का आदान-प्रदान

इस दिन बहनों को वस्त्र, वलय, आहार-सत्कार और उपहार देना शुभ माना जाता है। यदि किसी की सगी बहन न हो, तो चाचा, मौसी की पुत्री या मित्र की बहन को मानकर यह परंपरा निभाई जा सकती है। यह पर्व सामाजिक समरसता और पारिवारिक संबंधों को सुदृढ़ करने का माध्यम भी है।

धार्मिकता और भावनाओं का संगम

भ्रातृ द्वितीया एक स्वतंत्र उत्सव होते हुए भी दीपावली के साथ जुड़ गया है, जिससे इसमें उल्लास और श्रद्धा का रंग भर गया है। भाई-बहन इस दिन मिलते हैं, बचपन की यादें ताज़ा करते हैं और एक-दूसरे के सुख-दुख में सहभागी बनते हैं। यह पर्व न केवल भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक है, बल्कि धार्मिक आस्था और परंपरा का जीवंत उदाहरण भी है।

Why is it so important for a brother to eat at his sisters house on yama dwitiya

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 21, 2025 | 09:12 AM

Topics:  

  • Bhaidooj
  • Diwali
  • Diwali Puja

सम्बंधित ख़बरें

1

22 अक्टूबर को है गोवर्धन पूजा, क्यों लगाया जाता है श्रीकृष्ण को 56 तरह का भोग, जानिए रहस्य

2

आज का राशिफल-21 अक्टूबर 2025: धनु- मीन राशि के जातकों को मिल सकती है सफलता, जानिए बाकियों का दिन

3

दिवाली पर कुत्तों की पूजा! राजसी भोग और फूलमाला, क्या है नेपाल में मनाया जाने वाला कुकुर तिहार?

4

हिमाचल का वह गाँव जहाँ ‘दिवाली’ है एक अभिशाप! सती के श्राप ने सदियों से छीन ली खुशियों की रोशनी

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.