
सरसों तेल, तिल का तेल और घी के दीए कब और कहां जलाएं,
vastu shastra 2024:सनातन धर्म में पेड़-पौधों को देवी-देवताओं का स्वरूप माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप रोजाना भगवान की पूजा नहीं कर पा रहे हैं, तो पेड़-पौधों को स्पर्श करके प्रणाम जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को ग्रहदोष से छुटकारा मिल जाता है और सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है। देवों के देव महादेव को बेलपत्र अतिप्रिय है। इसे खास तौर पर महादेव की पूजा में शामिल किया जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि, यदि आप बेलपत्र के पेड़ के नीचे दीया जलाते हैं, तो आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही आपको ग्रह-दोष से भी मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। लेकिन, आपको किस तेल का दीया रखना चाहिए ? आइए जानते हैं क्या बताते हैं ज्योतिष आचार्य इस बारे में-
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सरसों तेल का दीपक
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, सोमवार का दिन भगवान शिव के लिए खास माना गया है। मान्यता है कि भगवान शिव जल और सरसों के तेल से काफी प्रसन्न होते हैं। ऐसे में आपको इस दिन बेलपत्र के पेड़ के नीचे आपको सरसों के तेल का दीया जलाना चाहिए। कहते हैं, ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
हल्दी डालकर जलाएं दीया गुरुवार को
गुरुवार का दिन बृहस्पति देव का माना गया है और उन्हें पीले रंग की चीजें काफी पसंद हैं, इसलिए इस दिन पीले वस्त्र पहनने और पीले रंग की चीजों को दान करने का भी महत्व है। आपको इस दिन बेलपत्र के पेड़ के नीचे दीपक में हल्दी डालकर रखने से गुरुदोष से संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है। साथ ही घर में यदि कलह-क्लेश की स्थिति है तो उसमें भी राहत मिलती है।
तिल के तेल का दीपक
मंगलवार का दिन हनुमान जी के लिए सबसे खास माना जाता है और इस दिन यदि आप उनके समक्ष तिल के तेल का दीपक रखते हैं तो आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही आपको मंगल से संबंधित परेशानियों से भी मुक्ति मिलती है। इसलिए बेलपत्र के पेड़ के नीचे आपको तिल के तेल का दीपक भी जरूर लगाना चाहिए।
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