दिवाली के शुभ मौके पर इन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
Diwali 2024: सुख और समृद्धि का प्रतीक दीपावली का महापर्व इस बार 31 अक्टूबर को पूरे देशभर में मनाई जाएगी। हिन्दू धर्म में दिवाली का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। यह पावन तिथि धन की देवी माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि इस मौके पर पूजा-पाठ करने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है। वहीं, इस शुभ मौके पर कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं इस बारे में :
दिवाली के दिन न करें ये गलतियां –
घर का मंदिर
ज्योतिषयों के अनुसार, दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन के लिए घर का मंदिर या पूजा स्थल हमेशा पूर्वोत्तर दिशा में स्थापित करना चाहिए। मंदिर के ईशान कोण में माता लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। दिवाली के दिन इस बात का खास ख्याल रखें कि घर का मंदिर बिल्कुल साफ और स्वच्छ होना चाहिए।
न पहनें इस रंग के कपड़े
कहते है, दिवाली के दिन भूलकर भी काले रंग के कपड़े नहीं पहनना चाहिए। मान्यता के अनुसार, काले रंग के कपड़े किसी भी शुभ काम में शुभ नहीं माने जाते है। इस दिन लाल या पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
ताजे फूल और पत्तियां
इस दिन घर की सजावट सिर्फ ताजे फूलों और पत्तियों से करें। घर में रखें हुए पुराने या बासी फूलों और पत्तियों को घर से बाहर निकाल दें। यदि घर में पुराने बासी फूलों की तोरण लगी हुई है तो उसको भी हटाकर इसकी जगह नए और ताजे फूलों की तोरण लगाएं।
लक्ष्मी जी की मूर्ति
दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के लिए लक्ष्मी और गणेश जी की नई मूर्ति लेने की परंपरा है। लक्ष्मी जी की मूर्ति लेते समय इस बात का खास ख्याल रखें कि लक्ष्मी जी हमेशा वही मूर्ति लें जिसमें लक्ष्मी जी कमल के आसन पर विराजमान हों और आशीर्वाद दे रहीं हों। कभी भी लक्ष्मी जी की ऐसी मूर्ति घर न लेकर आएं जिसमें वें खड़ी हुई मुद्रा में हों। लक्ष्मी और गणेश जी की नई मूर्ति मिट्टी की बनी ही लें।
लक्ष्मी जी की चरण पादुका
दिवाली के दिन घर में लक्ष्मी जी के चरण या चरण पादुका लगाने की भी परंपरा है। यदि आप भी घर में लक्ष्मी जी के चरण स्थापित करते हैं तो इस बात का खास ख्याल रखें कि लक्ष्मी जी के चरण मुख्य द्वार पर बीचों बीच न लगाकर, मुख्य द्वार के दाहिनी तरफ लगाएं। ऐसा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
गणेश जी की मूर्ति
दिवाली पूजन के लिए लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति लेते समय इस बात का भी विशेष ख्याल रखें कि गणेश जी की वही मूर्ति लेकर आएं जिसमें उनकी सूंड बाई दिशा की ओर मुड़ी हुई हो। गणेश जी की ऐसी मूर्ति बहुत शुभ मानी जाती है।