जानिए क्या है पंचक के दौरान काले तिल का महत्व (सौ.सोशल मीडिया)
धार्मिक एवं ज्योतिष दृष्टि से पंचक की अवधि को शुभ नहीं माना जाता है। इस बार मई महीने की पंचक की शुरुआत 20 मई मंगलवार के दिन से शुरू हो रहा है। पंचक की अवधि के दौरान शादी-ब्याह, सगाई, मुंडन, गृह प्रवेश और नामकरण जैसे तमाम मांगलिक कार्यों को करने की मनाही होती है।
पंचक में कई शुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है, लेकिन इस दौरान काले तिल का इस्तेमाल करना शुभता बनाए रखने के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
पंचक हर महीने में लगभग 5 दिनों तक रहता है। पंचक के दौरान कुछ कार्य वर्जित माने जाते है। हालांकि, तिल के कुछ उपाय करने से पंचक के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि मई महीने के पंचक के दौरान काले तिल से कौन से उपाय करने चाहिए।
जानिए क्या है पंचक के दौरान काले तिल का महत्व :
ज्योतिष के अनुसार, पंचक के दौरान काले तिल को विशेष उपयोगी माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि काले तिल के उपायों को करने से पंचक के दोषों शांत रहते हैं और जीवन में शुभता का आगमन होता है। पंचक में काले तिल का इस्तेमाल करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख-समृद्धि आती है।
पंचक के दौरान करें काले तिल के उपाय :
काले तिल का दान
ऐसा माना जाता है कि पंचक के पहले दिन किसी जरूरतमंद को काले तिल का दान करने से ग्रह दोष का प्रभाव कम होता है।
काले तिल से अभिषेक
पंचक के दौरान भगवान शिव का काले तिल और जल से अभिषेक करें. मान्यता है कि भगवान शिव का आशीर्वाद मिलती है और पंचक का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।
काले तिल से हवन
पंचक के दौरान हवन में काले तिल का आहुति देना बहुत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे वातावरण शुद्ध होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
काले तिल की ताबीज
पंचक में काले तिल को लाल कपड़े में बांधकर ताबीज के रूप में धारण करें. इसके अलावा, आप इसे घर के मुख्य द्वार पर भी बांध सकते हैं।
काले तिल का उपाय
अगर पंचक में यात्रा करनी जरूरी हो, तो यात्रा शुरू करने से पहले काले तिल का सेवन करें या उसे अपने साथ रखें. मान्यता है कि इससे यात्रा में विपत्तियों का सामना नहीं करना पड़ता है।
हनुमान जी की पूजा
पंचक में हनुमान जी की पूजा अत्यंत शुभ मानी गई है। पंचक के मंगलवार या शनिवार को हनुमान मंदिर में काले तिल चढ़ाना शुभ फल देता है।