संतान प्राप्ति के लिए छठ व्रत पर करें ये खास उपाय (सौ.सोशल मीडिया)
Chhath Puja Upay: चार दिवसीय आस्था का महापर्व कहे जाने वाले छठ पूजा की शुरुआत जल्द होने वाली है। इस महापर्व में पूरे प्राकृतिक रूप से साक्षात भगवान की पूजा आराधना की जाती है। धर्मग्रंथों में छठ पूजा की महिमा का उल्लेख मिलता है, जहाँ इसे सूर्य देव और छठी मैया की आराधना का पर्व माना गया है। इस पर्व की महिमा अपरंपार है क्योंकि यह संतान की रक्षा, सुख-समृद्धि और आरोग्य के लिए किया जाता है।
इस व्रत की शुरुआत शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन होता है और इसका समापन सप्तमी तिथि के दिन सूर्योदय के बाद होता है। षष्ठी तिथि के दिन छठ पर्व का संध्या अर्घ्य और सप्तमी तिथि के दिन उषा अर्घ्य दिया जाता है।
ज्योतिष- शास्त्र के अनुसार, जिन महिलाओं को संतान की प्राप्ति नहीं होती उनके लिए छठ दिन के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। ऐसे में आइए जान लेते है छठ पूजा के दिन संतान प्राप्ति के लिए किन उपायों को करना चाहिए।
संतान प्राप्ति के लिए छठ पूजा के पहले अर्घ्य वाले दिन व्रती अपने घर से लेकर छठ घाट तक दंड देते-देते जाएं व पानी में हाथ जोड़ खड़े रहें। मन ही मन भगवान सूर्य से प्रार्थना करें कि संतान सुख की आपकी मनोकामना पूर्ण हो।
अगले दिन भी इसी क्रिया को फिर से दोहराएं। आपका कठिन प्रार्थना से सूर्यदेव और छठी मइया प्रसन्न होंगी व मनोकामना पूर्ण का आशीर्वाद देंगी।
छठ पूजा के दिन ढलते सूर्य को तांबे के लौटे में अर्घ्य अर्पित करने से और अगले दिन सुबह अर्घ्य के समय जल अर्पित करने से संतान प्राप्ति की प्रार्थना करें तो इससे संतान सुख की प्राप्ति हो सकती है।
छठ पूजा के दिन महिलाएं लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ को बांधकर गरीबों में दान करें। ऐसा करने से व्रती की सारी इच्छाओं की पूर्ति होती है।
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इन छठ पूजा के दौरान अर्घ्य देते समय, “ॐ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो, तेजो राशि जगत्पते। अनुकम्पा मां भक्तया गृहणार्ध्य दिवाकर: ।।” जैसे सूर्य मंत्रों का जाप करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
इसके अलावा आप छोटे मंत्रों जैसे “ॐ घृणि सूर्याय नमः” और “ॐ आदित्याय नमः” का जाप भी कर सकते है।