गणेशजी के 9 अनमोल सबक (सौ. सोशल मीडिया)
Shree Ganesha Lessons: 27 अगस्त से 10 दिनों के गणेश उत्सव की शुरुआत हो गई है। गणेश उत्सव के दौरान प्रथम पूज्य भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि, किसी भी शुभ कार्य से पहले गणेशजी की पूजा करने का विधान होता है और पूजा सफल होती है। गणेश जी सुख-समृद्धि के दाता है उनके सानिध्य में आने वाला हर वक्त खुश होता है। गणेश जी की भूमिका आपके जीवन और कॉर्पोरेट लाइफ में बड़ी सहायता करती है।
दरअसल गणेश जी के बड़े कान से लेकर टूटा दांत और वाहन चूहे तक, हर प्रतीक किसी ना किसी रूप में आपके जीवन में सबक की तरह होता है जिसे समझना जरूरी है।
गणेश जी के अनमोल सबकों को आप अगर अपने जीवन में उतार लेते है तो आपको कई स्तर पर फायदा मिलता है, चलिए जानते हैं कैसे..
1- छोटा मुख
प्रथम पूज्य श्रीगणेश का छोटा मुख भी एक सबक सिखाता है। इसका अर्थ है कि, मूल्यवान वाणी ही सफलता का मंत्र होता है। बोर्डरूम में आपकी लंबी-लंबी बातें नहीं बल्कि कम और प्रभावशाली बातें कही जानी चाहिए। जीवन में भी आप उतना ही बोले जितना जरूरी हो व्यर्थ की बातों से उपहास के पात्र बनते है। रामायण में गणेश जी को मधुवक्ता कहा गया है , जो मधुर और संक्षिप्त बोलते हैं। कम बोलिए, खुश रहिए।
2- बड़े कान
गणेश जी के बड़े कान भी एक अलग ही सबक देता है। इसका अर्थ है कि, एक अच्छा लीडर वहीं होता है जो सबसे पहले सुनें और समझें। शास्त्रों में उन्हें श्रुतिसागरः कहा गया है, यानी जो सब सुनते हैं। अगर आप अपने कर्मचारी की बातों को सुनकर, समझकर काम करते है तो संस्थान में विकास बेहतर तरीके से होता है।
3- छोटी आंखें:
गणेश जी की छोटी आंखें भी एक सबक के तौर पर होती है। यह आपको अपने लक्ष्य पर अडिग रहने के लिए प्रेरित करती है। यहां पर गणेश जी की छोटी लेकिन पैनी आंखें बताती हैं कि Focus Over Distraction हर क्षेत्र में रखना चाहिए। जो अपने लक्ष्य पर नज़र टिकाए रखता है, वही विजेता बनता है।
4- बड़ा मस्तिष्क
गणेश जी का बड़ा मस्तिष्क आपको नए इनोवेशन की ओर इशारा करता है। यानि आप जीवन में बदलाव या इनोवेशन चाहते है तो आपको अपनी सोच बड़ी रखनी चाहिए। माइक्रोसॉफ्ट और टेस्ला जैसी कंपनियों ने अपनी बड़ी सोच से दुनिया बदल दी।
5- बड़ा पेट:
श्रीगणेशा का बड़ा पेट भी आपके जीवन और कॉर्पोरेट लाइफ में बड़ा सबक देता है। गणेश जी का पेट बताता है कि, हर प्रोजेक्ट सफल नहीं होता, लेकिन हर असफलता भविष्य के लिए सबक छोड़ जाती है। आपकी समझदारी है कि, सफलता और असफलता को मैनेज करके चलें।
6-टूटा दांत:
श्रीगणेश का टूटा दांत भी एक सबक देता है। यह त्याग और धैर्य ही महानता की पहचान के रूप में होता है। बताया जाता है कि, महाभारत लिखते समय गणेश जी ने अपना दांत तोड़कर कलम बनाई थी। इस बात से सबक मिलता है कि, कभी-कभी छोटे Sacrifice से Long Term Success मिलती है।
7- सूंड
गणेश जी की सूंड का अर्थ भी अलग होता है। इसके अनुसार, बदलाव के साथ आपको लचीला होना चाहिए। यानि सूंड की तरह खुद को अच्छे या बुरे समय में ढाल लेना चाहिए. बिज़नेस में टेक्नोलॉजी, मार्केट और पॉलिसी हर दिन बदलते हैं. जो कंपनी इस बदलाव को लेती है वह ज्यादा ग्रोथ करती है।
8- आशीर्वाद का हाथ:
गणेशजी के आशीर्वाद वाले हाथ भी अलग संकेत देते है। लीडर का काम आदेश देना नहीं, प्रेरणा देना होता है। गणेश जी के वरदहस्त हमें यह प्रेरणा देते है कि, पॉजिटीव लीडरशिप बरकरार रखें।संकट में भी जो लीडर अपनी टीम को प्रेरित करता है, वही संगठन को आगे ले जाता है।
यह भी पढ़ें:–आज है गणेश चतुर्थी, चढ़ाएं भोग में ये चीज़ें, सारे कष्ट हर लेंगे विघ्नहर्ता, होगी हर मनोकामना पूरी
9- वाहन चूहा:
गणेशजी का वाहन चूहा भी अलग ही संकेत देता है यह सिखाता है कि, कम साधनों से आप बड़ा प्रभाव काम काज में डाल सकते है। टीम का आकार नहीं, उसकी दिशा और नेतृत्व महत्वपूर्ण है। जीवन में यह काम आती है।