अष्टमी और नवमी तिथि पर यहां जलाएं दीपक (सौ.सोशल मीडिया)
Shardiya Navratri Deepak upay: आदि शक्ति मां दुर्गा को समर्पित शारदीय नवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक हैं। जिसे शक्ति की आराधना और अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक के रूप में पूरे देश भर में धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूप की पूजा-अर्चना होती है।
अगर नवरात्र की सबसे शुभ तिथि की करें तो नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि बड़ा शुभ एवं पुण्यदाई होती है। इस दिन माता महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना होती है। ऐसे में आज हम आपको नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि पर दीपक से जुड़े कुछ उपाय बताने जा रहे हैं, जिन्हें करने से साधक को देवी मां की कृपा मिलती है।
ज्योतिषियों के अनुसार, शारदीय नवरात्र के दौरान आप शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर भी दीपक जला सकते हैं। वास्तु शास्त्र की दृष्टि से भी ऐसा करना शुभ माना गया है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और साधक को मां दुर्गा से साथ-साथ देवी लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है, जिससे साधक की धन संबंधी समस्याओं का समाधान हो सकता है। इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें, कि दीपक की लौ उत्तर दिशा की ओर होनी चाहिए।
नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि पर पूजा-पाठ के बाद घर के मंदिर में दीपक जरूर जलाना चाहिए। इसके साथ ही आप सुबह-शाम पूजा के बाद तुलसी के पास भी घी का दीपक जला सकते हैं। कहते हैं इससे घर-परिवार में सकारात्मक माहौल बना रहता है और सुख-समृद्धि आती है।
नवरात्र में देवी मां की कृपा के लिए आप घर के धन वाले स्थान या तिजोरी के पास भी दीपक जला सकते हैं। इससे आपके धन भंडार सदा भरे रहते हैं। इसके साथ ही शाम के समय घर की सीढ़ियों के पास भी दीपक जलाना काफी शुभ माना गया है। इससे नेगेटिव एनर्जी दूर होती है।
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वास्तु शास्त्र में घर की ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना गया है। इससे सकारात्मक ऊर्जा का वास घर में बना रहता है। ऐसे में यदि आप नवरात्र की अष्टमी और नवमी तिथि पर इस दिशा में दीपक जलाते हैं,तो इससे आपको अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं। ऐसा करने से घर-परिवार पर देवी मां की कृपा बनी रहती है।