Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

ज्येष्ठ मास का अंतिम प्रदोष है रवि प्रदोष, आखिर क्या है प्रदोष व्रत करने की महिमा, जानिए क्या हैं इसके लाभ

सनातन धर्म में उदयातिथि मान्य है, इसलिए 8 जून को ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत रखा जाएगा। बता दें, रविवार पड़ने के कारण इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाएगा।

  • By सीमा कुमारी
Updated On: Jun 07, 2025 | 07:31 PM

जून महीने का पहला प्रदोष व्रत (सौ.सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

कल 8 जून 2025 को ज्येष्ठ माह का अंतिम प्रदोष व्रत रखा जा रहा है। हर महीने शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि यानी प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित होती है। इस दिन शिव शंकर और माता पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू श्रद्धालु इस दिन प्रदोष व्रत रखते हैं और भगवान से अपने मनोवांछित फल की प्राप्ति की कामना करते हैं।

हिंदू शास्त्रों में इस व्रत का महत्व विशेष रूप से बताया गया है। मान्यता है कि इस दिन शिव जी की आराधना करने से जीवन में चल रहे दुख, संकट और बाधाएं दूर हो जाती हैं। साथ ही, सुख-शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

जब यह व्रत रविवार को आता है, तो इसे ‘रवि प्रदोष व्रत’ कहा जाता है। ज्योतिष के अनुसार, यह व्रत विशेष रूप से उन भक्तों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है जो अपने जीवन में स्वास्थ्य, समृद्धि और शांति की कामना करते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं ज्येष्ठ माह का अंतिम प्रदोष व्रत कब की सही डेट और इस व्रत को करने से क्या लाभ होता है।

कब है जून महीने का पहला प्रदोष व्रत

आपको बता दें, पंचांग के अनुसार, 8 जून को सुबह 07:17 बजे ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि शुरू होगी। 09 जून को सुबह 09:35 बजे त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी। सनातन धर्म में उदयातिथि मान्य है, इसलिए 8 जून को ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत रखा जाएगा। बता दें, रविवार पड़ने के कारण इसे रवि प्रदोष व्रत कहा जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 07:18 से 09:19 तक है।

प्रदोष व्रत रखने से रोगों से मिलती है मुक्ति

ज्योतिषयों के अनुसार, प्रदोष व्रत रखने से असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है और शरीर में ऊर्जा का संचार होता है।

रोगों से मुक्ति

प्रदोष व्रत रखने से शारीरिक और मानसिक रोगों से राहत मिलती है, और शरीर स्वस्थ रहता है।

कष्टों से मुक्ति

यह व्रत व्यक्ति को जीवन के कष्टों, दुखों और परेशानियों से मुक्ति दिलाता है।

पापों का नाश

प्रदोष  व्रत  करने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे शिव धाम की प्राप्ति होती है।

ग्रहदोषों से मुक्ति

प्रदोष व्रत करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से मुक्ति मिलती है।

सफलता और समृद्धि

यह व्रत करने से जीवन में सफलता, समृद्धि, और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

आध्यात्मिक विकास

प्रदोष व्रत रखने से व्यक्ति का आध्यात्मिक विकास होता है, और वह मोक्ष के मार्ग पर आगे बढ़ता है।

मानसिक शांति

भगवान शिव की पूजा करने से मानसिक शांति मिलती है।

बाधाओं का निवारण

प्रदोष व्रत करने से जीवन की बाधाएं और रुकावटें दूर होती है।

Keeping pradosh fast gives relief from diseases

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Jun 07, 2025 | 07:31 PM

Topics:  

  • Lord Shiva
  • Pradosh Vrat
  • Religion

सम्बंधित ख़बरें

1

साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण ‘इस’ दिन, नोट करें सूतक काल, ग्रहण के दौरान क्या न करें जानिए

2

काशी विश्वनाथ मंदिर के स्वर्ण शिखर पर नजर आया सफेद उल्लू, भक्तों ने माना लक्ष्मी माता का आशीर्वाद

3

हरतालिका तीज में भगवान शिव और माता पार्वती ही नहीं इन देवी-देवताओं की पूजा का होता है महत्व, जानिए

4

आज का राशिफल- 21 अगस्त 2025: वृश्चिक-धनु सहित इन 3 राशियों के लिए गुरूवार का दिन रहेगा शुभ

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.